योगी सरकार 2.0 में उन्नाव के 6 सीटों पर बीजेपी कब्जा, फिर भी कैबिनेट में नहीं मिली जगह

योगी सरकार 2.0 में कानपुर समेत यूपी के 6 जिलों की झोली खाली, उन्नाव को फिर नहीं मिला मंत्री  

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद भाजपा ने योगी सरकार बना ली है. जहां पर सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ शपथ लेकर नए भारत के नए यूपी के विकास में अग्रसर हो गए हैं. वहीं, मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल किए गए. इसके अलावा 6 विधायक देने वाले उन्नाव जिले के हिस्से एक भी मंत्री नहीं आया. यहां तक की कई बार विधायक चुने गए नेता को भी मौका नहीं दिया गया. जिले से रहे एक राज्य मंत्री को भी मंत्रीमंडल से बाहर रखा गया. हालांकि, बगल के रायबरेली व हरदोई जिले के हिस्से दो-दो मंत्री आए. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि एक मंत्री तो उन्नाव को मिलेगा.

वहीं उन्नाव जिले में साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने यहां 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, भगवंतनगर से विधायक रहे हृदयनारायण दीक्षित को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था. ऐसे में सफीपुर के मोहसिन रजा को एमएलसी बनाया गया. इसके बाद फिर राज्य मंत्री,लेकिन, अबकी चुनाव में सभी 6 सीटों पर बीजेपी के नेताओं ने क्लीन स्वीप किया. यह दूसरा मौका था कि जब भाजपा सभी सीटों पर जीती थी. इस दौरान उन्नाव सदर विधायक पंकज गुप्ता लगातार तीसरी बार विधायक बने. वहीं, बसपा से आए अनिल सिंह पुरवा से विधायक चुने गए.

जीते हुए उम्मीदवार किसी भी टिप्पणी से कर रहे इनकार

वहीं, भगवंतनगर विधानसभा सीट से आशुतोष शुक्ला पहली बार विधायक बने. जहां मोहान से ब्रजेश रावत, सफीपुर से बंबालाल दिवाकर व बांगरमऊ से श्रीकांत कटियार लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए. ऐसे में कयास लगाए जा रहा था कि अबकी बार जिले से कम से कम एक एक राज्य मंत्री जरुर कैबिनेट में बनाया जाएगा.

ऐसे में बीते शुक्रवार को उम्मीद थी कि जिले के नेताओं को सुबह चाय पर बुलाया जाएगा. हालाकि लोग इसकी जानकारी करते रहे. ऐसे में विधायक भी बेताब थे कि कोई फोन आ जाए. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. सीएम योगी की टीम में जिले से एक भी विधायक मंत्री नहीं बना. इससे विधायक समर्थकों में मायूसी नजर है. वहीं, उम्मीद जताई जा रही है कि आगे मंत्रालय का विस्तार होगा तो शायद जिले के किसी विधायक को मौका मिले. ऐसे में लोगों का कहना है कि जिस जिले में पार्टी पूरी सीट जीती थी. वहां मंत्रालय तो देना चाहिए था. हालांकि योगी कैबिनेट के जीते प्रतिनिधि किसी भी प्रकार की टिप्पणी से इनकार कर दिया है.

विधायकों का समीकरण नहीं बैठा सटीक

जानकारी के मुताबिक उन्नाव से सदर विधायक पंकज गुप्ता को मंत्री बनाने का कयास लगाया जा रहा था. लेकिन बगल के जिले हरदोई से नितिन अग्रवाल को मंत्री बना दिया गया. कहा जा रहा है कि इसी वजह से पंकज गुप्ता का मंत्री बनने का रास्ता साफ नहीं हो पाया और सारा समीकरण एन मौके पर बिगड़ गया. वहीं, अनिल सिंह को पुरवा से मंत्री इसलिए नहीं बनाया गया कि रायबरेली से उन्हीं के सजातीय विधायक को मंत्री बना दिया गया. राजनीति के जानकारों के अनुसार उन्नाव  लखनऊ, रायबरेली, कानपुर व हरदोई के बीच में आता है.

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