मप्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, दमोह से विधायक राहुल सिंह लोधी भाजपा में शामिल

भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की रिक्त 28 सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए आगामी तीन नवम्बर को मतदान होने जा रहा है। इसके लिए दोनों प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस जोर-शोर से प्रचार-प्रसार में जुटी हैं। इसी बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दमोह विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने रविवार को अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और वे भाजपा में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उनका पार्टी में स्वागत किया है।

दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने रविवार सुबह विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को अपना त्याग पत्र सौंपा, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। इसकी जानकारी वीडियो संदेश के माध्यम से प्रोटेम स्पीकर शर्मा ने स्वयं दी है। विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद राहुल सिंह लोधी प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और राज्य के मंत्री भूपेंद्र सिंह की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने इसकी जानकारी ट्वीट के माध्यम से देते हुए कहा है कि दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी ने आज भाजपा की की सदस्यता ग्रहण की! इस अवसर पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित रहे! राहुल लोधी जी का भाजपा परिवार में स्वागत है!

वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया है कि कांग्रेस की रीति-नीति से व्यथित होकर दमोह से विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले युवा जनसेवक राहुल लोधी का हार्दिक स्वागत है। प्रदेश का विकास भाजपा के नेतृत्व में ही संभव है। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि आपके क्षेत्र की जनता के कल्याण में कोई कमी नहीं आयेगी।

गौरतलब है कि राहुल सिंह लोधी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता और शिवराज सरकार में वित्त मंत्री रहे जयंत मलैया को हराया था। वे बड़ामलहरा से भाजपा उम्मीदवार प्रद्युम्न सिंह लोधी के चचेरे भाई हैं। प्रद्युम्न भी कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे। राहुल सिंह को मिलाकर इस साल अब तक कांग्रेस के 26 विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इनमें 22 विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक शामिल हैं, जिन्होंने कमलनाथ की सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी।

वहीं राहुल के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का कहना है कि प्रदेश पर उपचुनाव थोपने वाली भाजपा अभी भी बाज नहीं आ रही है। उन्‍होंले कहा कि भाजपा ने चुनाव में अपनी संभावित हार को देखते हुए खरीद-फरोख्त का खेल अभी भी खेल रही है।

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