भोपाल: दुग्ध संघ ने कोरोना काल में साढ़े 9 करोड़ का शुद्ध लाभ अर्जित किया

भोपाल। भोपाल दुग्ध संघ ने कोविड-19 महामारी की विभीषिका के बावजूद बेहतर नतीजे दिए हैं। संघ ने दुग्ध उत्पादन के साथ मुनाफा भी अर्जित किया है तथा पशु-पालकों को भी फायदा पहुँचाया है।

संघ के सीईओ डॉ. के के सक्सेना ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019-20 में 2588 सहकारी दुग्ध समितियों के माध्यम से औसतन 2.94 लाख किलोग्राम प्रतिदिन दूध का संकलन किया गया एवं सहकारी दुग्ध समिति द्वारा 9.51 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया। संघ के संचालित 313 कृत्रिम गर्भाधान केंद्रों द्वारा 1.46 लाख कृत्रिम गर्भाधान वर्ष के दौरान संपादित किए गए। भोपाल दुग्ध संघ के प्रशिक्षण केंद्र में समय-समय पर शिक्षण, प्रशिक्षण एवं अभिप्रेरण कार्यक्रम के अंतर्गत 502 दुग्ध समिति सदस्यों, कर्मचारियों को प्रशिखण दिया जाकर लाभांवित किया गया।

सक्सेना ने बताया कि इसी तरह संघ द्वारा वर्ष के दौरान शहरी उपभोक्ताओं को औसतन 3.48 लाख लीटर प्रतिदिन स्थानीय बाजार में पैकेट्स में दूध विक्रय किया गया। इसके साथ-साथ डेयरी संयंत्र में निर्मित सांची ब्राण्ड के दुग्ध उत्पाद स्थानीय उपभोक्ताओं की मांग अनुरूप उपलब्ध कराए गए। मध्यप्रदेश शासन द्वारा मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में संघ के कार्यक्षेत्र के ब्लॉक स्तर पर प्राथमिक शालाओं एवं आंगनवाड़ी केंद्रों के छात्र-छात्राओं के लिये 397 मी. टन सुगंधित मीठा दुग्ध पाउडर संघ द्वारा प्रदाय किया गया।

सीईओ सक्सेना ने बताया कि भोपाल संभाग के कमिश्नर एवं दुग्ध संघ के प्राधिकारी अधिकारी कवीन्द्र कियावत द्वारा सभी संघ प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि प्राथमिक सहकारी समिति स्तर पर अपमिश्रित दूध को किसी भी परिस्थिति में प्रोत्साहित न कर दुग्ध संघ की छवि के साथ-साथ सांची ब्राण्ड की छवि की यथावत बनाए रखने में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के अंतिम माह से लेकर वर्तमान तक कोविड-19 के कारण लॉक डाउन के दौरान दुग्ध संकलन एवं दुग्ध विक्रय निर्बाध रूप से जारी रहा, इसके लिये संघ के अधिकाएयों एवं कर्मचारियों के प्रयास सराहनीय है।

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