फिक्शन? भारत के एयरपोर्ट्स को उड़ाया.. राफेल गिराए.. पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट में जबरदस्त उछाल

12 मई को पाकिस्तान के KSE-100 स्टॉक इंडेक्स में आई 9% की तेजी को इस्लामाबाद सरकार ने अपनी ‘सफलता’ बताने की कोशिश की है। लेकिन हकीकत यह है कि 7-8 मई को भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का आर्थिक और मनोवैज्ञानिक ढांचा बुरी तरह हिल गया था। दो दिनों में ही स्टॉक मार्केट 10,000 अंक गिर चुका था। अब IMF से संभावित फंडिंग और भारत के साथ युद्ध विराम के एलान को लेकर यह कृत्रिम तेजी आई है, जिसे पाकिस्तान अपनी “रणनीतिक जीत” बताकर जनता को भ्रमित कर रहा है।
PAF का खोखला दावा: एयरपोर्ट्स को बनाया निशाना
वहीं, पाकिस्तान एयर फोर्स के वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद का दावा कि उन्होंने भारत के “सबसे अधिक एयरपोर्ट्स” को निशाना बनाया, न सिर्फ हास्यास्पद है बल्कि पूर्ण रूप से झूठ पर आधारित है। भारत के किसी भी एयरपोर्ट पर कोई नुकसान नहीं हुआ और भारतीय वायुसेना ने सभी संभावित हमलों को समय रहते विफल कर दिया। यह दावा महज आंतरिक असंतोष से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
GPS जैमिंग और ड्रोन गिराने के दावे भी झूठे
पाकिस्तान का यह भी दावा है कि उसने GPS जैमिंग से भारतीय ड्रोन को गिराया, न सिर्फ तकनीकी रूप से संदिग्ध है बल्कि जमीनी हकीकत से भी कोसों दूर है। भारतीय सैन्य सूत्रों ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान की ओर से कोई प्रभावी साइबर या इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएं इस्तेमाल नहीं की गईं। इसके उलट, भारत ने अपनी जवाबी कार्रवाई में कई आतंकी लॉन्च पैड्स को पूरी तरह तबाह कर दिया।
भारत की एयरस्ट्राइक के बाद दो दिन तक हिला रहा पाकिस्तान
आपको बता दें कि 7 और 8 मई को भारत की सटीक एयरस्ट्राइक ने पाकिस्तान की नींव हिला दी थी। आतंक के खिलाफ यह कार्रवाई भारत की सुरक्षा नीति का हिस्सा थी, जिसने यह दिखा दिया कि अब भारत झेलता नहीं, सीधा जवाब देता है। इस दौरान पाकिस्तान की सेना और सरकार पूरी तरह बैकफुट पर आ गई थी।
बदहवासी में बेतुके बयान
पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव ऐजाज चौधरी का बयान कि “भारत पीछे हटने पर मजबूर हुआ” भी पूरी तरह तथ्यविहीन है। अगर भारत पीछे हटा होता, तो पाकिस्तान को अचानक “बातचीत” की अपील करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह सब पाकिस्तान की फौजी हार को ढंकने और आंतरिक आलोचना से बचने की कोशिशें हैं।
झूठे दावों का सहारा
भारत ने पहलगाम हमले का मुंहतोड़ जवाब देकर यह साबित कर दिया है कि वह अब सिर्फ चेतावनी नहीं देता, बल्कि कार्रवाई भी करता है। पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे दावे न सिर्फ झूठे हैं, बल्कि यह दर्शाते हैं कि किस तरह वहां की सरकार अपने ही नागरिकों को गुमराह करने में लगी है।