दर्दनाक: पुलिस हिरासत में टीचर की मौत! हादसा या साजिश? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोले हैरान करने वाले राज

बठिंडा के अपराध जांच (CIA-2) प्रदेशीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने एक अंग्रेज़ी शिक्षक, नरिंदरदीप सिंह, को पूछताछ के दौरान बर्बर तरीके से प्रताड़ित किया, जिसके बाद उनकी 23 मई 2025 की रात में पुलिस हिरासत में मौत हो गई। परिवार और स्थानीय लोग हत्या बताते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं। कोर्ट ने भी चार पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ culpable homicide का मामला दर्ज किया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है।

पुलिस ने कहा हादसा, पर पोस्टमार्टम ने बताई सच्चाई

घटना की शुरुआत हुई जब नरिंदरदीप घर से अपने वाहन से स्कूल (IELTS सेंटर) जाने निकले। परिवार को शाम तक उनकी कोई सूचना नहीं मिली। अचानक अस्पताल से बताया गया कि उन्हें वाहन दुर्घटना में घायल भरकर लाया गया है और उनकी मौत हो चुकी है। पर पोस्टमार्टम में 16 गोल निशान, इलेक्ट्रिक शॉक के संकेत मिले, ख़ास तौर पर निजी अंगों पर भी।

वाहन में केवल साइड मिरर टूटने का निशान था, जबकि किसी भी बुर्ज पर वार की कोई छाप नहीं थी—जिससे सवाल उठते हैं कि कैसे यह हादसा था।

दोस्त ने दिया वीडियो में सच

नरिंदरदीप का दोस्त, गगनदीप सिंह, ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किया जिसमें उन्होंने दावा किया कि दोनों को CIA‑2 पुलिस ने थाने में ले जाकर पीटा, उन्हें इलेक्ट्रिक शॉक दिए गए और नरिंदरदीप को “डुबोकर” तड़प-तड़पकर मारा गया। इस वीडियो के बाद पुलिस की कहानी में विरोधाभास सामने आए।

चार पुलिसकर्मी FIR में नामजद, सभी फरार

ASI अवतार सिंह, हेड कॉन्स्टेबल हरविंदर सिंह, और सीनियर कांस्टेबल लखविंदर सिंह, गुरपाल सिंह के खिलाफ “दोषपूर्ण हत्या जो हत्या के बराबर नहीं है” की धारा में मामला दर्ज किया गया है।

इन सभी के खिलाफ एनसीआर जारी की गई है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ। बठिंडा एसएसपी अमनीत कोंडल ने कहा कि उन्हें पुलिस और “अपराधियों” की भांति खोजना जारी है।

स्थानीय विरोध-प्रदर्शन व राजनीतिक एक्शन

घटना के बाद नरिंदरदीप की पत्नी नैन्सी ने गोनियना मंडी में पूर्ण शटडाउन की अगुवाई की—दुकानें, मेडिकल दुकानें तक बंद रही। ग़ुस्साए लोगों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर “पुलिस राज्य” बनाने का आरोप लगाया।

लुधिअना में भी मैतापदक प्रदर्शन हुआ, जहां पत्नी ने बठिंडा एसएसपी और सरकार से निश्चित कार्रवाई की माँग की। उस दौरान कांग्रेस व SAD की प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति स्तर के निष्पक्ष जांच की मांग की, साथ ही मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का भी आग्रह किया गया।

अदालत की प्रक्रिया और अगला सुनवाई दौर

बठिंडा की कोर्ट ने पुलिस कर्मियों को कल्पबल होमिकीडे , सबूत नष्ट करने समेत अन्य आरोपों के तहत ट्रायल का आदेश दिया है।

पंजाब एवं हरयाणा हाईकोर्ट से मेहरा पकड़े जाने तक सुनवाई रोकी गई थी, लेकिन अब यह 15 जुलाई 2025 से फिर शुरू होगी। एसआईटी की जांच जारी है।

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