बांग्लादेश में हिंदू महिला के घर में घुसकर गैंगरेप, मंदिर गए परिजन.. पड़ोसी 4-5 दोस्तों संग घुसा, फिर.. वीडियो वायरल!

बांग्लादेश के कुमिल्ला जिले के एक गांव में एक हिंदू महिला के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 29 जून की रात रामचंद्रपुर पंचकीत्ता गांव में 25 वर्षीय महिला के घर में जबरन घुसकर आरोपी ने न सिर्फ बलात्कार किया, बल्कि उसके भाई और साथियों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। इस मामले में अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। घटना के विरोध में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय और मानवाधिकार संगठनों में भारी आक्रोश है।
घर पर अकेली थी महिला, दरवाजा तोड़कर घुसे आरोपी
पीड़िता रीता (बदला हुआ नाम) उस रात अपने माता-पिता के घर आई हुई थी। उनके माता-पिता और भाई एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने गए थे। घर पर सिर्फ वह और उसके दो छोटे बच्चे थे। रात लगभग 11 बजे किसी ने दरवाजा खटखटाया। डर की वजह से उसने दरवाजा नहीं खोला। कुछ देर बाद आरोपी फजोर अली और उसके साथी जबरन दरवाजा तोड़कर घर में घुस आए और महिला के साथ जबरदस्ती की।
पड़ोसियों ने बचाया, लेकिन तब तक बन चुका था वीडियो
महिला की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी घर पहुंचे और आरोपी की पिटाई कर उसे घर से बाहर निकाला। लेकिन इस दौरान फजोर के भाई शाह पोरन और उसके साथियों ने पीड़िता का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस घटना के बाद पीड़िता का पूरा परिवार टूट गया। पति ने उससे रिश्ता तोड़ लिया और अब तक हाल तक नहीं पूछा।
उधार के पैसे की आड़ में हुई घिनौनी साजिश
पीड़िता के भाई रमेश ने बताया कि उन्होंने आरोपी से 50,000 टका उधार लिए थे, जिसकी अदायगी नहीं हो सकी। इसी का बदला लेने के लिए फजोर ने यह शर्मनाक हरकत की। आरोपी फजोर एक लोकल ड्रग डीलर है और खुद को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) का सदस्य बताता है।
पुलिस का खुलासा
जांच में पता चला कि वीडियो वायरल करने के पीछे आरोपी का भाई शाह पोरन था, जिसने अपने ही भाई से पुरानी रंजिश के चलते महिला को बदनाम करने की साजिश रची। पुलिस ने शाह पोरन समेत कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी फजोर को ढाका से और उसके भाई को बुरीचांग इलाके से पकड़ा गया।
पुलिस जांच और कोर्ट की सख्ती
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद फजोर फरार हो गया था, लेकिन उसे ढाका से पकड़ लिया गया। कोर्ट ने पुलिस से 14 जुलाई तक जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। वीडियो वायरल करने वाले आरोपियों पर सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पीड़िता की सुरक्षा हो, वीडियो हटाए जाएं
बांग्लादेश हाईकोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सोशल मीडिया से वायरल वीडियो को 24 घंटे में हटाने का आदेश दिया है। साथ ही सरकार को पीड़िता के इलाज और पुनर्वास की जिम्मेदारी लेने के निर्देश दिए गए हैं।
ढाका यूनिवर्सिटी के छात्र सड़कों पर, भारत ने जताई चिंता
घटना के बाद ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने विरोध मार्च निकाला और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। इस बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।