अमृतसर में बड़ा धमाका: विस्फोट में आतंकी के ही उड़े चीथड़े.. अपनी 1 गलती का शिकार हुआ दहशतगर्द

अमृतसर में मंगलवार सुबह मजीठा रोड बाईपास स्थित डीसेंट एवेन्यू के बाहर हुए जोरदार धमाके से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह धमाका इतना तेज था कि आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया। जांच में सामने आया है कि यह व्यक्ति किसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था।
सुबह 9:30 बजे हुआ विस्फोट, इलाके में फैली अफरा-तफरी
घटना सुबह लगभग 9:30 बजे की है जब लोग अपने-अपने काम पर जा रहे थे। अचानक एक तेज धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल उठा। डीसेंट एवेन्यू के बाहर हुए इस धमाके के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और देखा कि एक युवक बुरी तरह से घायल पड़ा हुआ है, उसके हाथ-पांव विस्फोट में उखड़ चुके थे और वह दर्द से कराह रहा था।
स्थानीय लोगों ने दी सूचना, पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची
स्थानीय लोगों ने तुरंत एंबुलेंस और पुलिस को सूचित किया। थाना सदर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। घटनास्थल को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया और फॉरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया।
डीआईजी ने दी पुष्टि: आतंकी संगठन से जुड़ा था मृतक
बॉर्डर रेंज के डीआईजी सतिंदर सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जो व्यक्ति घायल हुआ था और बाद में मारा गया, वह किसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था। उन्होंने कहा,
“यह व्यक्ति विस्फोटक सामग्री लेने आया था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह बब्बर खालसा जैसे संगठन का सक्रिय सदस्य हो सकता है। इससे पहले भी कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि आतंकी किसी सुरक्षित स्थान पर विस्फोटक छोड़ते हैं और दूसरा व्यक्ति उसे उठाकर आगे की साजिश को अंजाम देता है।”
धमाके की तकनीक और साजिश की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इस धमाके में प्रयुक्त विस्फोटक की प्रकृति और संभावित नेटवर्क की जांच में जुट गई हैं। सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि मृतक किससे संपर्क में था और वह विस्फोटक कहां ले जाने वाला था।
अमृतसर में आतंकी गतिविधियों का खतरा बरकरार
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि पंजाब और विशेष रूप से अमृतसर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंकी नेटवर्क सक्रिय हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक गंभीर चेतावनी है कि आने वाले समय में किसी बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करने के लिए सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जाए।