एसपीजी को लेकर राहुल गाँधी पर यूँ भड़के अमित शाह !

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एसपीजी अधिनियम संशोधन विधेयक पर जवाब देते हुए कहा कि मैं इस सदन में बिल लेकर आया था लेकिन विपक्षी पार्टियों ने सदन में इसे बदले की राजनीति कहकर सदन को ही रोक दिया | अमित शाह ने का कि बदले की राजनीति करना मेरी पार्टी के संस्कारों में नहीं हैं| मनीष तिवारी के सवाल का जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मैं कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि गांधी परिवार की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी कम नहीं किए गए हैं बल्कि बढ़ाए गए हैं | उन्होंने कहा कि सिर्फ गांधी परिवार ही नहीं बल्कि पूरे देश के एक-एक नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी इस देश की सरकार की है |

सीपीआई सांसद डी राजा के सवाल पर जवाब देते हुए शाह ने कहा कि सभी नेताओं को सुरक्षा दी जा रही है लेकिन हर नेता को प्रधानमंत्री की सुरक्षा नहीं दी जा सकती है | वहीं टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों को जेड प्लस सुरक्षा नहीं दी जा सकती उनकी सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ तैनात है | जिन राज्यों में जरूरत पड़ी है वहां मुख्यमंत्रियों को भी जेड प्लस सुरक्षा कवर दिया गया है | एनके प्रेमचंद्रन के जवाब में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार कभी भी सुरक्षा के फैसले बदले के भाव से नहीं ले सकती है |

अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी 2015 के बाद से अब तक 1892 बार दिल्ली में और 245 बार दिल्ली के बाहर एसपीजी सुरक्षा कवर के बाहर गए | अमित शाह ने कहा कि सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के लिए कहा कि मैं इन तीनों महानुभावों से अपील करता हूं कि सीआरपीएफ की सुरक्षा अपने साथ में ज़रूर रखें | अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास 20 साल से सुरक्षा है लेकिन आजतक उनकी सुरक्षा में कोई फाउल नहीं आया |

लोकसभा ने कांग्रेस के वाकआउट के बीच विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) अधिनियम संशोधन विधेयक को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी जिसमें प्रधानमंत्री और उनके साथ निवास करने वाले उनके निकट परिवार के सदस्यों को ही एसपीजी सुरक्षा का प्रावधान किया गया है | निचले सदन में विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सहित विपक्ष सदस्यों की उन चिंताओं को बेबुनियाद बताया जिसमें कहा गया था कि गांधी परिवार की सुरक्षा के संबंध में राजनीति के तहत काम किया गया है | शाह ने कहा, ‘ऐसी भी बात देश के सामने लाई गई कि गांधी परिवार की सरकार को चिंता नहीं है | हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि सुरक्षा हटाई नहीं गई है | सुरक्षा बदली गई है | उन्हें सुरक्षा जेड प्लस सीआरपीएफ कवर, एएसएल और एम्बुलेंस के साथ दी गई है |’

अमित शाह ने आगे कहा, ‘एक इस प्रकार की बातें देश की जनता के सामने लाई जा रही हैं कि एसपीजी कानून को गांधी परिवार की सुरक्षा हटाने के लिए बदला जा रहा है | यह वास्तविकता नहीं है |’ कांग्रेस सदस्यों के आरोपों पर गृह मंत्री ने कहा, ‘सुरक्षा की समीक्षा के बाद चंद्रशेखर जी की सुरक्षा वापस ली गई, लेकिन तब कोई नहीं बोला, जबकि चंद्रशेखर जी बहुत बड़े नेता थे

आई के गुजराल जी की सुरक्षा ले ली गई | तब भी कोई नहीं बोला |’ उन्होंने कहा, ‘डॉ मनमोहन सिंह जी की सुरक्षा बदली गई | तब भी किसी ने हल्ला नहीं किया | जबकि नरसिंह राव, मनमोहन सिंह तो कांग्रेस पार्टी के ही थे |’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने सवाल किया, ‘चिंता किसकी है, किसी वीआईपी की या किसी एक परिवार की?’ उन्होंने कहा ‘इनको केवल एक परिवार की चिंता है | हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि गांधी परिवार के एक भी सुरक्षाकर्मी की संख्या कम नहीं की गई है |’ मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया | इसके बाद सदन ने कुछ सदस्यों के संशोधनों को अस्वीकार करते हुए विधेयक को मंजूरी दे दी |

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