भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे पर अमेरिका ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं। अमेरिकी संसद में असिस्टेंट सेक्रेटरी डॉनल्ड लू ने इस दौरे की टाइमिंग पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि भारत, जो सस्ते हथियारों के लिए रूस पर निर्भर है, रूस से गैस खरीदता है और उस पैसे का उपयोग यूक्रेन में लोगों की जान लेने के लिए किया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय का जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत का रूस के साथ पुराना संबंध है, जो आपसी हितों पर आधारित है। उन्होंने कहा, “दुनिया के सभी देशों को यह आजादी है कि वे किसके साथ संबंध बनाएंगे। इससे हर किसी को सतर्क रहना चाहिए और इसे सराहा भी जाना चाहिए।”
डॉनल्ड लू की टिप्पणी
डॉनल्ड लू ने भारत के रूस दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत रूस से गैस खरीदता है, जिसका उपयोग यूक्रेन में युद्ध के लिए किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने इस टिप्पणी को लेकर अमेरिका को जवाब दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान अमेरिका में नाटो का सम्मेलन चल रहा था।
यूक्रेन को मिले एफ-16 फाइटर जेट
रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के बीच, नाटो के सदस्यों ने इस महीने यूक्रेन को एफ-16 फाइटर जेट और पांच रडार सिस्टम भेजे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस बात की पुष्टि की है, और राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अगस्त 2023 में इन विमानों को यूक्रेन को देने की मंजूरी दी थी।