‘वो जिंदगी को..”, सुशांत सिंह राजपूत की मौत से पहले का आखिरी सन्देश.. दोस्त अलोक पांडे ने जो बताया..

सुशांत सिंह राजपूत, एक ऐसा नाम जिसने टेलीविजन से लेकर बॉलीवुड तक अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया। आज उनकी पांचवीं पुण्यतिथि पर देशभर में फैन्स, उनके परिवार और करीबी उन्हें याद कर रहे हैं। ऐसे में फिल्म ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में उनके साथ काम कर चुके अभिनेता आलोक पांडे ने अमर उजाला से खास बातचीत में अपनी भावनाएं साझा कीं। आलोक ने बताया कि कैसे सुशांत का जाना आज भी उन्हें झकझोर देता है।

“जिस दिन सुशांत गया, मैं सन्न रह गया था” – आलोक पांडे

आलोक पांडे ने बताया कि 14 जून 2020 को जब उन्होंने सुशांत की मौत की खबर सुनी, वे अपने गांव में थे। शुरुआत में उन्हें यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कोई मजाक कर रहा है, लेकिन जब न्यूज चैनल पर देखा तो पैरों तले ज़मीन खिसक गई।” उस दिन उन्होंने सुशांत को एक मैसेज भी किया था, जिसमें उन्होंने उम्मीद जताई थी कि यह खबर झूठ हो।

“वो जिंदगी को बहुत उत्साह से जीता था”

सुशांत के स्वभाव को याद करते हुए आलोक ने कहा कि वह बेहद पॉजिटिव और एनर्जेटिक व्यक्ति था। “उसकी बातों से लगता था कि इस दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं। वो अपने विचारों से लोगों को प्रेरित करता था। जीवन में उसके जैसा आत्मविश्वास मैंने कम लोगों में देखा।”

इंस्टाग्राम पर आखिरी बातचीत और अधूरी मुलाकात

इस खास बातचीत में आलोक ने बताया कि उनकी सुशांत से आखिरी बातचीत इंस्टाग्राम पर हुई थी, जिसमें उन्होंने एक कविता भेजी थी। सुशांत ने उस पर एक लंबा जवाब दिया और मिलने की इच्छा भी जताई थी। दुर्भाग्यवश, वह मुलाकात कभी हो नहीं सकी। यह अधूरी बातचीत आज भी आलोक को गहरे स्तर पर भावुक कर देती है।

‘लखनऊ सेंट्रल’ के वक्त भी दिया था साथ

फिल्म ‘लखनऊ सेंट्रल’ के दौरान भी सुशांत ने आलोक को सपोर्ट किया था। आलोक ने बताया, “जब मैंने उन्हें फिल्म की सफलता पर मैसेज किया तो उन्होंने जवाब दिया, ‘कमाल के एक्टर हो तुम।’ वो हमेशा दूसरों को हौसला देने वाला इंसान था।” यह बात इस ओर इशारा करती है कि सुशांत न सिर्फ एक शानदार अभिनेता थे, बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी थे।

छिछोरे के बाद घटा संवाद, लेकिन भावनात्मक जुड़ाव बना रहा

आलोक ने यह भी साझा किया कि ‘छिछोरे’ फिल्म के बाद सुशांत से उनकी बातचीत कम हो गई थी, लेकिन उनके दिल में अभिनेता के लिए हमेशा खास जगह थी। उन्होंने कहा, “उसका जाना मेरे लिए शाहरुख, आमिर या सलमान के चले जाने जैसा था। वो मेरे लिए सिर्फ सुपरस्टार नहीं था, एक ऐसा दोस्त था जिससे मेरा दिल जुड़ा था।”

मामला हुआ बंद, लेकिन दिलों से नहीं गया सुशांत

आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सीबीआई, एनआईए और अन्य जांच एजेंसियों ने वर्षों तक जांच की, लेकिन किसी भी साजिश या हत्या का सबूत नहीं मिला। इसी साल इन एजेंसियों ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर केस को बंद कर दिया। हालांकि, सुशांत का नाम आज भी लाखों दिलों में ज़िंदा है और रहेगा।

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