पुलिस हिरासत में मौत या मानसिक तनाव ? मस्जिद में घुसा युवक, सिर पटका, फिर मृत्यु ! जानिए क्या है मामला

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के इगलास कस्बे में शुक्रवार को एक टेंपो चालक की मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान हाथरस निवासी शैफी कुरैशी के रूप में हुई है। पुलिस और मस्जिद प्रबंधन का कहना है कि युवक का मानसिक संतुलन बिगड़ गया था, जबकि परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

जुमे की नमाज के दौरान किया हंगामा

शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे हाथरस के मधुगढ़ी निवासी शैफी कुरैशी इगलास के सराय बाजार स्थित मस्जिद में नमाज के लिए पहुंचे। लेकिन नमाज शुरू होने से पहले ही उन्होंने मस्जिद में हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शैफी ने अचानक अपना सिर दीवार पर पटकना शुरू कर दिया, जिससे मस्जिद में अफरा-तफरी मच गई। नमाजियों ने तुरंत कोतवाली पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक शांत नहीं हुआ और गालीगलौज करने लगा। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर जैसे-तैसे उसे काबू किया और सीएचसी अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल में तीन घंटे चला इलाज

सीएचसी में युवक का करीब तीन घंटे तक इलाज किया गया। हालत गंभीर देखते हुए उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि शैफी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उसका इलाज आगरा से चल रहा था। साथ ही वह नशे का आदी भी था।

परिवार का आरोप

मृतक के भतीजे अरशद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनके चाचा को कभी-कभी दौरे आते थे, लेकिन वे नियमित रूप से टेंपो चलाकर हाथरस से इगलास आते-जाते थे। अरशद ने कहा, “अगर वे मस्जिद में हंगामा कर रहे थे, तो परिवार को क्यों नहीं बुलाया गया? पुलिस उन्हें थाने ले गई और वहां उनके साथ मारपीट की गई।” परिजनों के मुताबिक, शैफी के हाथ-पैरों में चोट के निशान हैं, मुंह और नाक से खून बह रहा था और चेहरा नीला पड़ा हुआ था। उन्हें शाम करीब चार बजे पुलिस से मौत की सूचना मिली, जिससे परिवार सदमे में है।

पुलिस का पक्ष

इगलास के सीओ महेश कुमार ने बताया कि मस्जिद में युवक द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। युवक की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने मारपीट के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि पूरा घटनाक्रम मस्जिद के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। सीओ ने यह भी कहा कि अभी तक परिवार की ओर से कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है और मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो पाएगा।

 घटना बनी चर्चा का विषय

घटना के बाद से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें पुलिस को युवक को काबू करते हुए देखा जा सकता है। ये वीडियो इस घटना की पारदर्शिता और पुलिस के दावों की जांच के लिहाज से अहम साबित हो सकते हैं। इस घटना ने न सिर्फ इलाके में सनसनी फैला दी है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

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