अखिलेश यादव के एक तीर से दो निशाने, RLD के 39 नेताओं को सपा में किया शामिल, दूसरा अंबेडकर…

लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। पूर्व मंत्री मूलचंद्र चौहान समेत राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के 39 नेताओं को सपा में शामिल कराकर उन्होंने विपक्षी एकजुटता को मजबूती दी। इसके साथ ही अंबेडकर की तस्वीर से छेड़छाड़ करने वाले सपा कार्यकर्ता लालचंद्र गौतम को सार्वजनिक मंच पर लाकर उन्होंने भाजपा पर करारा हमला बोला।
सपा में शामिल हुए 39 नेता, अखिलेश बोले – अब परिवर्तन तय
समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में गुरुवार को आयोजित समारोह में अखिलेश यादव ने RLD के 39 नेताओं को पार्टी में शामिल कराया। इस दौरान अखिलेश ने कहा, “आज के दिन शंख बजा है, अब परिवर्तन होना तय है।” पूर्व मंत्री मूलचंद्र चौहान की सपा में वापसी से पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक बढ़त मिलने की उम्मीद है।
अंबेडकर की मूर्ति सौंपकर माफी मांगने वाला कार्यकर्ता मीडिया के सामने
समारोह के दौरान अंबेडकर की तस्वीर से छेड़छाड़ के आरोपी लालचंद्र गौतम ने अखिलेश को अंबेडकर की मूर्ति सौंपी। अखिलेश ने कहा, “ये वही हैं जिनकी वजह से भाजपा एसी से निकलकर सड़क पर आ गई। हमने इन्हें समझा दिया है कि भविष्य में ऐसा कोई काम न हो जिससे किसी की भावनाएं आहत हों।” उन्होंने चुनौती दी, “क्या भाजपा भी अपने लोगों को समझाएगी?”
“जातीय जनगणना से बौखलाई भाजपा” : अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना को सामाजिक न्याय की दिशा में पहला कदम बताया। उन्होंने इसे PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की 100 प्रतिशत जीत की शुरुआत करार दिया। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार को यह चेतावनी है कि चुनावी धांधली को जाति गणना से दूर रखें। कोई भी गलती अब गिनती में पकड़ी जाएगी।”
PDA हेल्पलाइन और भ्रष्टाचार पर बोले अखिलेश
PDA हेल्पलाइन की तारीफ करते हुए अखिलेश ने कहा, “जज मनोज कुमार सिंह ने यह शुरुआत की, हमें डेटा सेंटर बनाना चाहिए।” उन्होंने लखीमपुर खीरी की पानी की टंकी गिरने को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया और कहा, “यह सरकार न्याय नहीं देना चाहती, अधिकारियों पर भारी दबाव है।”
“अब कमीशन के लिए लड़ाई हो रही”
मजदूर दिवस पर भाजपा पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख बोले, “सरकार कहती थी इंसेंटिव देंगे, अब कमीशन के लिए लड़ाई हो रही है।” उन्होंने कहा कि भाजपा PDA से घबराई हुई है और अब उसी मुद्दे पर निर्णय ले रही है, जिस पर पहले सपा को जातिवादी कहती थी।
पहलगाम हमला: जनता जवाब चाहती है
पहलगाम आतंकी हमले पर अखिलेश ने कहा, “यह विषय हमारे दिल और दिमाग में है। इसे कोई डायवर्ट नहीं कर सकता। सरकार ने जो भरोसा दिया था, अब फौज उसके अनुसार तैयारी कर रही है।” उन्होंने कहा कि अब जनता भी इस निर्णायक लड़ाई में शामिल हो रही है।
सिपाही भर्ती, एक्सप्रेसवे और रोजगार पर भी उठाए सवाल
सिपाही भर्ती में भेदभाव का आरोप लगाते हुए अखिलेश बोले, “21 साल की महिला को मेडिकल में अयोग्य बताया गया, यह अन्याय है।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सपनों में एक्सप्रेसवे बनवा रहे हैं, जबकि यूपी के युवा रोज़गार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।
SC/ST एक्ट के तहत FIR के आदेश
अखिलेश के मंच पर लालचंद्र की मौजूदगी के बाद विवाद और बढ़ गया है। अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने लखनऊ पुलिस को निर्देश दिए हैं कि FIR दर्ज कर 5 मई तक रिपोर्ट सौंपी जाए। रावत ने कहा, “यह बाबा साहेब नहीं, पूरे दलित समाज का अपमान है।”
समाजवादी पार्टी का आक्रामक रुख
अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी अब खुलकर जातीय जनगणना, सामाजिक न्याय और भाजपा की नीतियों के विरोध में मैदान में उतर चुकी है। लगातार हो रहे सम्मेलनों और गठबंधनों से संकेत साफ है—2027 के विधानसभा चुनावों से पहले सपा एक निर्णायक मोड़ पर है।