दर्दनाक: होटल में भीषण आग.. 4 वर्षीय मासूम समेत जिंदा जले 4 लोग, मां ने बच्चे को खिड़की से फेंका

राजस्थान के अजमेर जिले में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया जब डिग्गी बाजार स्थित नाज होटल में भीषण आग लग गई। इस आग में 4 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जिनमें एक 4 साल का मासूम बच्चा और एक महिला भी शामिल हैं। वहीं डेढ़ साल के बच्चे समेत चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। हादसे ने न सिर्फ शहर बल्कि पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है।
सुबह 8 बजे होटल में लगी आग, तेजी से फैली लपटें
आज सुबह करीब 8 बजे डिग्गी बाजार स्थित पांच मंजिला नाज होटल में आग लगने की सूचना मिली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग की शुरुआत धमाके के साथ हुई, जिसकी आवाज AC फटने जैसी थी। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में होटल की पांचवीं मंजिल तक लपटें पहुंच गईं। उस समय होटल में बड़ी संख्या में जायरीन ठहरे हुए थे, जो रामगंज स्थित दरगाह में ज़ियारत के लिए आए थे।
जिंदा जले चार लोग, एक बच्चा भी शामिल
इस भीषण हादसे में चार लोगों की मौत हुई है, जिनमें नई दिल्ली मोती नगर निवासी मोहम्मद जाहिद (40), एक 30 साल की महिला, एक 20 वर्षीय युवक और एक अन्य 40 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। मृतकों में एक 4 वर्षीय बच्चा भी शामिल है। सभी लोग होटल के अंदर फंसे हुए थे और रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही आग की चपेट में आ गए।
बचाव के लिए खिड़कियों से कूदे लोग, मां ने बच्चे को फेंका
जैसे-जैसे आग फैलती गई, होटल में ठहरे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई। एक महिला ने अपने बच्चे को आग से बचाने के लिए उसे खिड़की से नीचे सड़क पर फेंक दिया। गनीमत रही कि नीचे मौजूद एक व्यक्ति ने बच्चे को पकड़ कर लिया, जिससे वह मामूली रूप से झुलसा। महिला खुद भी कूदने की कोशिश कर रही थी, लेकिन लोगों ने उसे रोक लिया।
8 लोग अस्पताल में भर्ती, 4 की हालत गंभीर
झुलसे हुए कुल 8 लोगों को जेएलएन मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां डॉक्टर अनिल सामरिया ने बताया कि चार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि चार की हालत गंभीर बनी हुई है। इनमें एक व्यक्ति 100 प्रतिशत तक झुलस चुका है, जबकि बाकी तीन 50 से 60 प्रतिशत तक झुलसे हैं। घायलों में डेढ़ साल का इब्राहिम, कृष्णा, अल्का और धवन शामिल हैं।
संकरे रास्ते ने बढ़ाई बचाव कार्य की मुश्किलें
होटल तक पहुंचने का रास्ता अत्यंत संकरा होने के कारण दमकल और पुलिस टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई पुलिसकर्मी और दमकलकर्मी भी धुएं और गर्मी की वजह से बीमार पड़ गए। महिला पुलिसकर्मियों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी भी सामने आई है।
धमाके के साथ लगी आग, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया मंजर
प्रत्यक्षदर्शी मांगीलाल कलोसिया ने बताया कि उन्होंने AC फटने की आवाज सुनी, जिसके बाद वह अपनी पत्नी के साथ बाहर भागे। टैक्सी ड्राइवर को बुलाया गया और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, लेकिन दमकल वाहन करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंचा। इस दौरान लोगों ने खुद कांच तोड़कर अंदर फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की।
कलेक्टर का बयान: हर घायल को मिलेगा बेहतर इलाज
अजमेर के कलेक्टर लोक बंधु ने बताया कि होटल की सभी मंजिलों की सघन जांच की जा चुकी है और अब वहां कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि होटल में ठहरे लोगों की सूची जल्द उपलब्ध करवाई जाए।
लापरवाही या हादसा – जांच का इंतज़ार
हालांकि आग लगने का कारण प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट बताया गया है, लेकिन एक पांच मंजिला होटल में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई, यह सवाल प्रशासन और होटल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करता है। मामले की विस्तृत जांच के बाद ही पूरे घटनाक्रम की असल वजह सामने आ सकेगी।