यूपी के ‘सबीह खान’ बने Apple के नए COO, मुरादाबाद से लेकर सिलिकॉन वैली तक का सफर हैरान कर देगा

दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Apple Inc. ने भारतीय मूल के सबीह खान को अपना नया Chief Operating Officer (COO) नियुक्त किया है। सबीह इस महीने के अंत तक जेफ विलियम्स की जगह लेंगे, जो 2015 से इस पद पर थे। मुरादाबाद जैसे छोटे शहर से निकलकर वैश्विक टेक्नोलॉजी की दुनिया में ये मुकाम हासिल करना भारत के लिए गर्व का विषय है।
परिवार में खुशी का माहौल, मुरादाबाद में मनाया जश्न
सबीह खान के Apple में COO बनने की खबर मिलते ही मुरादाबाद स्थित उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। उनकी फैमिली ने बताया कि सबीह को हिंदी गाने बेहद पसंद हैं और आज भी वे हिंदी भाषा से गहराई से जुड़े हुए हैं। यह उनके भारतीय मूल से जुड़े रहने का उदाहरण है।
सबीह खान का जन्म और प्रारंभिक शिक्षा
सबीह खान का जन्म 1966 में मुरादाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में हुआ था। वह ब्रास एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के फाउंडर यार मोहम्मद खान के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता सईद यू. खान, जो मूल रूप से रामपुर के रहने वाले थे, शादी के बाद मुरादाबाद शिफ्ट हुए थे।
सबीह ने अपनी पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई सेंट मैरी स्कूल, मुरादाबाद से की। इसके बाद उनका परिवार सिंगापुर चला गया, जहां उन्हें सिटीजनशिप भी मिल गई।
शिक्षा और करियर की नींव
सिंगापुर से स्कूलिंग के बाद सबीह ने Tufts University से इकोनॉमिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ड्यूल बैचलर डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने Rensselaer Polytechnic Institute (RPI), न्यूयॉर्क से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया।
व्यक्तिगत जीवन और पारिवारिक स्थिति
सबीह खान ने वाशिंगटन की एक महिला से शादी की है और उनके तीन बच्चे हैं। वर्तमान में वे सिंगापुर में रहते हैं। उनके दो छोटे भाई – शमी खान लंदन में और सलमान खान सिंगापुर में ही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हो चुकी है मुलाकात
2019 से Apple में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के रूप में कार्यरत सबीह खान, उस समय भी चर्चा में आए थे जब अमेरिकी दौरे के दौरान PM मोदी ने टिम कुक से मुलाकात की थी। उस बैठक में सबीह भी मौजूद थे।
सैलरी और पैकेज को लेकर अनुमान
Barron’s की रिपोर्ट के अनुसार, जेफ विलियम्स को बतौर COO करीब $1 मिलियन (8 करोड़ रुपये) की बेस सैलरी मिलती थी, जबकि बोनस और अन्य सुविधाएं जोड़कर यह $23 मिलियन (191 करोड़ रुपये) तक पहुंच जाती थी। माना जा रहा है कि सबीह खान की सैलरी भी इसी रेंज में होगी, हालांकि Apple ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
सादगी और भारतीयता के प्रतीक हैं सबीह
सबीह खान के रिश्तेदारों के अनुसार, वे आज भी सादगी पसंद करते हैं और उनकी हिंदी पर मजबूत पकड़ है। हिंदी गाने आज भी उनकी पसंद में शामिल हैं, जो यह दिखाता है कि भले ही वे वैश्विक मंच पर हों, पर दिल से आज भी भारतीय हैं।
प्रेरणा का स्रोत है सबीह की कहानी
मुरादाबाद से लेकर Apple के COO तक का सफर तय करना कोई आसान बात नहीं है। सबीह खान की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों से निकलकर बड़ा सपना देखते हैं। यह सिद्ध करता है कि अगर मेहनत और लक्ष्य में ईमानदारी हो, तो सफलता निश्चित है