Shocking: अंतिम संस्कार से पहले जिंदा हो उठीं 90 साल की दादी! 2 घंटे बाद अचानक चलने लगी सांसे

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। भोजला गांव में 90 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया गया था, लेकिन अंतिम संस्कार से पहले जब उनके शरीर पर गंगाजल छिड़का गया तो कुछ ऐसा हुआ कि पूरे गांव में सनसनी फैल गई। महिला की धड़कनें दोबारा चलने लगीं और वो जीवित हो उठीं। यह घटना 4 जुलाई की सुबह की है, और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मृत्यु की पुष्टि और अंतिम संस्कार की तैयारी
परिवारवालों के अनुसार, 90 साल की माया देवी सुबह अचानक बेहोश हो गई थीं। गांव के एक स्थानीय चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिवार ने यह खबर रिश्तेदारों और आस-पड़ोस में फैला दी। सभी लोग अंतिम दर्शन और क्रिया के लिए एकत्रित होने लगे। शव को पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम यात्रा के लिए तैयार किया जा रहा था।
धड़कनें फिर से चलने लगीं
अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान जब माया देवी के शरीर पर गंगाजल छिड़का गया, तो कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। करीब दो घंटे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद, महिला के शरीर में अचानक हरकत होने लगी। कुछ ही देर में उनकी सांसें चलने लगीं और उन्होंने आंखें खोल दीं। यह देख वहां मौजूद सभी लोग स्तब्ध रह गए।
मातम से खुशी में बदला माहौल, वायरल हुआ वीडियो
जहां कुछ पल पहले तक घर में मातम का माहौल था, वहीं अब खुशियों की लहर दौड़ गई। लोग इस घटना को किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें महिला को आंखें खोलते और सांस लेते हुए देखा जा सकता है। कई यूजर्स ने इसे भगवान की कृपा तो कई ने चिकित्सा त्रुटि करार दिया।
यह घटना मेडिकल दृष्टिकोण से कैसे मुमकिन है?
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना संभवतः कैटोलेक्टिक स्टेट (Cataleptic State) का परिणाम हो सकती है, जिसमें व्यक्ति की सभी शारीरिक गतिविधियाँ रुक जाती हैं और शरीर मृत समान प्रतीत होता है। यह एक दुर्लभ स्थिति है, जिसे अनुभवहीन चिकित्सा कर्मचारी कभी-कभी मृत्यु समझ बैठते हैं। हालांकि, इस मामले में किसी पुख्ता मेडिकल जांच का उल्लेख नहीं किया गया है।