बड़ी खबर: रेलवे ट्रैक पार कर रही स्कूल वैन को ट्रेन ने मारी टक्कर, 2 छात्रों की दर्दनाक मौत.. 6 घायल, तस्वीरें..

तमिलनाडु के कडलूर ज़िले के सेम्मानकुप्पम गांव में मंगलवार सुबह करीब 7:45 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक स्कूल वैन जब रेलवे ट्रैक पार कर रही थी, तभी वहां से गुजर रही विल्लुपुरम-मयिलादुथुराई पैसेंजर ट्रेन (संख्या 56813) ने उसे टक्कर मार दी। वैन में सवार दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए।

क्रॉसिंग गेट खुला होने के कारण चालक ने की लापरवाही

हादसे की वजह स्कूल वैन चालक की लापरवाही बताई जा रही है। स्थानीय सूत्रों और रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा कडलूर और अलप्पक्कम के बीच लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 170 पर हुआ, जो कि एक गैर-इंटरलॉक किया गया गेट है। जब ट्रेन आने वाली थी, उस वक्त गेटमैन गेट को बंद करने ही वाला था, लेकिन वैन चालक ने जल्दबाज़ी में जबरन ट्रैक पार करने की कोशिश की और ट्रेन से टकरा गया।

टक्कर के बाद 50 मीटर तक घसीटी गई वैन

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वैन करीब 50 मीटर तक रेलवे ट्रैक पर घसीटती चली गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने जब रेलवे ट्रैक पर बच्चों के शव देखे, तो तुरंत प्रशासन को सूचित किया। घायलों को तत्काल कडलूर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।

वैन में सवार थे कुल 5 से 6 छात्र

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय वैन में कुल 5 से 6 स्कूली छात्र सवार थे, जो स्कूल जा रहे थे। टक्कर से दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शेष गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा स्कूल शुरू होने से पहले सुबह के समय हुआ, जब बच्चे अपने दिन की शुरुआत करने जा रहे थे।

रेलवे ने शुरू की जांच, समिति गठित

रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा, संचालन और इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है, जो दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच करेगी। रेलवे की प्रारंभिक रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि वैन चालक ने गेट बंद करने की प्रक्रिया के दौरान जबरदस्ती पार करने की कोशिश की, जिससे यह भीषण हादसा हुआ।

स्थानीय लोगों में आक्रोश, स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल

हादसे के बाद सेम्मानकुप्पम गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी गैर-इंटरलॉक क्रॉसिंग्स को तुरंत बंद किया जाए या वहां ऑटोमेटेड गेट्स और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं। साथ ही, सवाल उठ रहे हैं कि क्या स्कूल वैन के पास रेलवे क्रॉसिंग पार करने की परमिशन थी और क्या वैन चालक प्रशिक्षित था?

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