“नाम बदलने से इतिहास नहीं बदलता”: बाबा रामदेव का बयान हुआ वायरल, ओवैसी ने कहा- ‘हम पसंद से.. जानिए क्या कहा

योग गुरु और पतंजलि आयुर्वेद के सह-संस्थापक बाबा रामदेव ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा: “सभी मुसलमानों के पूर्वज भी हिंदू हैं, इसलिए उनके नाम बदलने का कोई मतलब नहीं है।” यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक प्रासंगिकता के चलते बहस छेड़ रही है।

विरोधी प्रतिक्रिया और ऐतिहासिक संदर्भ

“हम मुसलमान चॉइस से हैं, ज़बरदस्ती नहीं” AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बाबा रामदेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “हम मुसलमान विकल्प से बने हैं, किसी ने हमारे पूर्वजों को ज़बरदस्ती नहीं बनाया।” उन्होंने यह भी कहा कि अपनी मान्यताएँ थोपना गलत है और ऐसे बयान वोट बैंक राजनीति का हिस्सा हैं।

बाबा रामदेव का पूरा बयान

रामदेव ने कूकरक्षेत्र (हरियाणा) में एक कार्यक्रम में कहा: “हमारा देश स्वभाव से हिंदू राष्ट्र है… मुसलमानों और ईसाइयों के पूर्वज भी हिंदू थे।” इससे पहले उन्होंने नादियाड़ (गुजरात) में भी कहा था: “राम सिर्फ हिंदुओं के ही नहीं, मुसलमानों के भी पूर्वज हैं।”

राजनीति और मताधिकार पर प्रभाव

रामदेव का ये बयान राम मंदिर निर्माण से जुड़ी जज़्बाती राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। PTI और NDTV जैसे स्रोतों में यह उभरा कि राम मंदिर की मांग सिर्फ हिंदू मतदाताओं का मुद्दा नहीं, बल्कि “राष्ट्रगौरव” का मसला है। गुजरात कांग्रेस ने आरोप लगाया कि रामदेव जैसे धार्मिक नेता BJP के चुनावी लाभ के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।

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