‘Puja_Delhi_Police’ के Verified Account से वर्दी में लड़कियों के सैकड़ों पोस्ट, सोशल मीडिया पर हंगामा

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक इंस्टाग्राम वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवती छोटे कपड़ों में डांस करती नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि यह युवती दिल्ली पुलिस की महिला सिपाही है और वीडियो एक Verified इंस्टाग्राम अकाउंट @puja_delhi_police से पोस्ट किया गया है। हालांकि जब इस अकाउंट की पड़ताल की गई, तो सामने आई तस्वीरें और वीडियो नई बहस को जन्म दे गईं—क्या वर्दी अब ‘वायरल’ ब्रांड बन गई है?
वीडियो में युवती और पुलिस की पहचान पर सवाल
वायरल वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि डांस करने वाली युवती दिल्ली पुलिस में कार्यरत है। यह वीडियो जिस अकाउंट से पोस्ट किया गया है, उस पर नीला Verified बैज लगा हुआ है और नाम है – pooja_delhi_police। हालांकि, वीडियो के मौजूदा समय में अकाउंट पर उपलब्ध न होने के चलते इसकी प्रमाणिकता पर संदेह बना हुआ है।
Work At @DelhiPolice
Pooja @DelhiPolice
Instagram पर पूजा दिल्ली पुलिस के नाम से Verify एकाउंट से यह पोस्ट की गई हैनृत्य करना अपराध या बुरी बात नही है
लेकिन क्या भारत माता की राजधानी की पुलिस के नाम पर या पुलिस द्वारा यह सब सार्वजनिक रूप से करना ठीक है?गृहमंत्रालय- Enjoyed 😼 pic.twitter.com/ziwvaUVeYW
— Shubhangi Pandit (@Babymishra_) July 3, 2025
रील्स की भरमार, वर्दी में पोज और ग्लैमर का तड़का
जब इस इंस्टाग्राम प्रोफाइल की गहराई से जांच की गई, तो वायरल वीडियो तो नहीं मिला, लेकिन महिला पुलिसकर्मियों की कई रील्स, वर्दी में तस्वीरें और कुछ फोटोज ज़रूर मिलीं जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि इस अकाउंट का कंटेंट पेशेवर पुलिस छवि की तुलना में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर जैसी है। इससे सवाल उठता है—क्या सरकारी विभाग से जुड़ी पहचान के साथ इस तरह की सामग्री साझा करना उचित है?
वर्दी की गरिमा बनाम सोशल मीडिया की आज़ादी
सवाल यह है कि क्या एक पुलिसकर्मी होने के नाते सोशल मीडिया पर इस तरह की व्यक्तिगत प्रस्तुतियों को विभागीय मर्यादा का उल्लंघन माना जाना चाहिए? विशेषज्ञों का मानना है कि वर्दी पहनने वालों के लिए कुछ सीमाएं तय होती हैं, क्योंकि वे न केवल कानून का प्रतिनिधित्व करते हैं बल्कि जनता के विश्वास के प्रतीक भी होते हैं।
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आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार
अब तक दिल्ली पुलिस या गृह मंत्रालय की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यदि यह वीडियो सचमुच किसी सरकारी अधिकारी द्वारा पोस्ट किया गया है, तो इसकी जांच और दिशा-निर्देश जारी करना जरूरी हो जाता है, ताकि भविष्य में वर्दी की गरिमा को इंटरनेट पर मज़ाक न बनने दिया जाए।
सोशल मीडिया की शक्ति और जिम्मेदारी
इस वायरल मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया पर वर्दीधारी लोगों की गतिविधियों की सीमा कहां तक होनी चाहिए। जहां डांस और मनोरंजन बुरा नहीं, वहीं सरकारी पहचान और वर्दी के साथ उसका उपयोग किस हद तक उचित है, यह बहस अब सार्वजनिक हो गई है।
🔴 नोट: यह लेख सोशल मीडिया पर वायरल दावे, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और अकाउंट की स्वतंत्र जांच के आधार पर तैयार किया गया है। किसी भी प्रकार की अंतिम पुष्टि दिल्ली पुलिस या गृह मंत्रालय की आधिकारिक प्रतिक्रिया के बाद ही संभव है।