मोहर्रम से पहले ‘राजा भैया’ के पिता का विस्फोटक ट्वीट – “अगर बचना है तो इस्लाम.. BJP..” फिर गिरफ्तारी ?

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुण्डा में भारतीय राजनीतिज्ञ रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) के पिता उदय प्रताप सिंह ने मोहर्रम से पूर्व एक विवादित ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने “मुहर्रम गेट” हटाने की मांग की। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब viral हुआ और वार्तालाप का केंद्र बन गया।
क्या कहा गया ट्वीट में?
89 वर्षीय उदय प्रताप सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि शेखपुर गांव में मुसलमानों द्वारा सड़क पर मस्जिद के आकार का एक गेट बनाया जा रहा है ताकि हिंदू उसे ज़बरदस्ती गुजरें। उन्होंने सभी हिंदुओं से मुख्यमंत्री को शिकायत करने और उस गेट को हटवाने की अनुशंसा की।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का तूफ़ान
उदय प्रताप सिंह का यह ट्वीट तुरंत वायरल हुआ, जिससे स्थानीय राजनीतिक और सामाजिक मंडलियों में तीखी प्रतिक्रिया आई। समर्थकों ने इसे धर्म विशेष की भावना पर हमला बताया, जबकि आलोचकों ने इसे सम्प्रदायिक उकसावे की श्रेणी में रखा।
बहुत जलदी मोहर्रम के पहले हम अरेस्ट हो जायेंगे अगर इससे बचना है तो इस्लाम और बीजेपी को समर्थन देते रहो
— Uday Pratap Singh (@udaypra38211047) July 1, 2025
प्रशासन की कार्यवाही
इससे उत्पन्न तनाव को देखते हुए, प्रशासन ने उदय प्रताप सिंह को उनके भदरी महल पर नजरबंद कर दिया। साथ ही, पुलिस और प्रशासनिक अमले ने मोहर्रम की शांतिपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भारी तैनाती की।
पिछली घटनाओं की पड़ताल
2019–22 में उदय प्रताप सिंह कई बार मोहर्रम-दिवसों पर भंडारा, हनुमान चालीसा पाठ, और तिरंगे लगवाने को लेकर विवादों में रहे ।
प्रशासन ने पहले भी धार्मिक गतिविधिओं पर प्रतिबंध लगाकर उनकी शांति बनाए रखने की कोशिश की।
क्या समाधान निकल सकता है?
आगामी मोहर्रम पर प्रशासन की गहरी निगरानी, दोनों समुदायों के बीच संवाद की कोशिश और स्थानीय प्रशासन द्वारा मध्यस्थता की पहल जारी रहेगी। अन्यथा सामाजिक तनाव गहरे हो सकते हैं।
राजा भैया के पिता का ट्वीट, जिसमें उन्होंने मुसलमानों द्वारा लगाए गए मोहर्रम गेट को हटाने की मांग की, ने स्थानीय राजनीति और धार्मिक सामंजस्य में एक नया सम्प्रदायिक विभाजन जन्म दे दिया है। प्रशासन की तेज़ कार्रवाई और घर पर नजरबंदी इस स्थिति की नाजुकता को दर्शाती है। आगामी मोहर्रम पर यह देखना होगा कि प्रशासन और समुदाय मिलकर शांति बनाए रखने में कितने सक्षम होते हैं।