यूपी के थाने में नाबालिग से दरोगा ने किया दुष्कर्म ? बवाल के बाद तेज़ हुई जांच, CCTV से खुला..

बदायूं जिले के कादरचौक थाने में तैनात रहे एक दरोगा पर एक नाबालिग किशोरी ने दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाया है। किशोरी ने दावा किया है कि तमिलनाडु से उसे लाने के बाद थाने में उसके साथ दरोगा ने कुकर्म किया। मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जांच के लिए महिला आईपीएस अधिकारी को भी तैनात किया गया है।
तमिलनाडु से बरामदगी के बाद थाने में कथित कुकर्म
किशोरी ने बताया कि 9 जून को उसे भमुइया गांव निवासी मुज्जकिर, इस्माईलुपर के पप्पू और ममता ने अगवा किया था। उसे तमिलनाडु ले जाया गया, जहां से पुलिस टीम ने उसे बरामद किया। आरोप है कि वापसी के दौरान ट्रेन में दरोगा ने उसके साथ छेड़खानी की। 21 जून को जब उसे बदायूं के कादरचौक थाने लाया गया, तब दरोगा ने उसे अपने कमरे में ले जाकर डरा-धमका कर दुष्कर्म किया और शिकायत करने पर जेल भेजने की धमकी दी।
वन स्टॉप सेंटर भेजने के बाद कोर्ट में दिए बयान
23 जून को किशोरी को वन स्टॉप सेंटर भेजा गया, जहां भी उसे चुप रहने की धमकी दी गई। इसके बावजूद उसने कोर्ट में बयान दर्ज कराते हुए एसआई पर दुष्कर्म और अन्य तीन आरोपियों पर अपहरण का आरोप लगाया। किशोरी के बयान के बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
जांच की कमान सीओ उझानी को सौंपी
एसएसपी ने मामले की जांच सीओ उझानी डॉ. देवेंद्र सिंह को सौंपी है। बुधवार को सीओ उझानी और सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय ने कादरचौक थाने पहुंचकर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। फुटेज में यह जांचा गया कि 21 जून को किशोरी कहां-कहां गई, थाने में कितनी देर रही और किन-किन के साथ थी।
साथ गई महिला कांस्टेबल और पुलिसकर्मी के बयान दर्ज
एसआई के साथ तमिलनाडु गई महिला कांस्टेबल पूजा ढाका और कांस्टेबल मोहित कुमार के भी बयान दर्ज किए गए हैं। दोनों से यह पूछा गया कि ट्रेन में किशोरी किसके साथ थी और क्या व्यवहार किया गया। अधिकारियों ने थाने में दरोगा के कमरे का निरीक्षण भी किया। आरोपी एसआई का ट्रांसफर शाहजहांपुर हो चुका है, लेकिन उससे संपर्क कर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है।
एसएसपी का बयान: अब तक नहीं मिली तहरीर
सीओ उझानी डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़िता की ओर से अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। आरोपों की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज, पुलिस कर्मियों के बयान और अन्य तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बरेली की महिला आईपीएस अधिकारी ने दर्ज किए गोपनीय बयान
डीआईजी बरेली अजय कुमार साहनी के निर्देश पर बरेली की एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा बुधवार शाम कादरचौक थाने पहुंचीं। उन्होंने किशोरी के गोपनीय बयान दर्ज किए और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वे अपनी रिपोर्ट डीआईजी को सौंपेंगी।
परिजनों का आरोप
किशोरी के परिजनों ने ममता और पप्पू पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसे मुज्जकिर के हाथ ढाई लाख रुपये में बेच दिया था। पुलिस ने मुज्जकिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन पप्पू और ममता अब भी फरार हैं।
सामाजिक संगठनों का आरोप
इस मामले में स्थानीय सामाजिक संगठनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर थाने का घेराव किया। संगठनों का आरोप है कि मामला दूसरे समुदाय का होने के कारण पुलिस पप्पू को बचाने की कोशिश कर रही है।
DIG का बयान
बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने बताया कि किशोरी द्वारा लगाए गए आरोपों की गहराई से जांच की जा रही है। महिला अधिकारी की रिपोर्ट और मामले की वस्तुस्थिति के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।