मशहूर महिला वकील से ₹3.29 करोड़ की ठगी, गंभीर आरोप में 9 दिन डिजिटल अरेस्ट.. फिर बड़ा खुलासा!

दिल्ली से सटे नोएडा में साइबर ठगों ने एक 72 वर्षीय वरिष्ठ महिला वकील को ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ के नाम पर 9 दिनों तक मानसिक दबाव में रखा और इस दौरान उनसे कुल ₹3.29 करोड़ की ठगी कर ली। ठगी का यह हाई-प्रोफाइल मामला देश भर में डिजिटल फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं की ओर एक बार फिर ध्यान खींचता है।

इस तरह शुरू हुआ फर्जीवाड़े का खेल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, 10 जून को पीड़िता को एक फोन कॉल आया जिसमें कॉलर ने खुद को तेलंगाना पुलिस का अधिकारी बताया। उसने बताया कि पीड़िता के नाम से आधार नंबर पर चार बैंक खाते खोले गए हैं, जिनका इस्तेमाल अवैध कामों जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, हथियारों की खरीद और ब्लैकमेलिंग में हो रहा है। इस कॉल ने महिला वकील को भ्रमित कर दिया और फिर शुरू हुआ डिजिटल गिरफ्तारी का खेल।

हर घंटे रिपोर्टिंग, 9 दिन तक चला टॉर्चर

इसके बाद उन्हें एक और नंबर पर कॉल करने को कहा गया, जहां एक अन्य व्यक्ति ने खुद को जांच एजेंसी का अधिकारी बताया। उसने पीड़िता को हर घंटे वीडियो कॉल पर आकर “जवाबदेही” निभाने को मजबूर किया। उन्हें घर छोड़ने की मनाही थी और यहां तक कि उन्होंने अपने परिवार को भी इस बारे में नहीं बताया। मानसिक दबाव में वह बैंक गईं और 5 अलग-अलग RTGS ट्रांजेक्शन के ज़रिए कुल ₹3.29 करोड़ ठगों को ट्रांसफर कर दिए।

FD तोड़कर भेजी रकम, बेटे ने बताया साज़िश का शक

ठगों ने महिला से कहा कि जांच चल रही है और इसलिए उन्हें अपनी सभी फिक्स्ड डिपॉज़िट्स भी तोड़नी होंगी। महिला ने इस निर्देश का भी पालन किया। लेकिन जैसे ही उन्होंने अपने बेटे से यह जानकारी साझा की, मामला पूरी तरह स्पष्ट हो गया कि वे साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुकी हैं।

पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी

पीड़िता के बेटे की मदद से नोएडा साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई। मामला गंभीर होते देख पुलिस ने IPC की कई धाराओं और IT एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने ठगों की तलाश शुरू कर दी है और फंड रिकवरी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

नोएडा में साइबर ठगी के आंकड़े चौंकाने वाले

नोएडा पुलिस के अनुसार जनवरी 2024 से मई 2025 तक ₹53 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी की गई है, जिसमें से पुलिस ने लगभग ₹13 करोड़ की रिकवरी की है। यह दर्शाता है कि डिजिटल फ्रॉड अब एक गंभीर खतरा बन चुका है।

विशेषज्ञों की चेतावनी और पुलिस की अपील

साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ जैसी स्कीम्स अब आम हो गई हैं। अपराधी पीड़ितों को कानून का भय दिखाकर उन्हें पूरी तरह कंट्रोल कर लेते हैं। ऐसे मामलों में लोगों को चाहिए कि किसी भी प्रकार की कानूनी धमकी मिलने पर तुरंत नजदीकी थाने से संपर्क करें और पुलिस से पुष्टि करें।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि कोई भी अनजान कॉल या वीडियो कॉल आने पर सतर्क रहें। किसी भी भुगतान से पहले स्थानीय पुलिस या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर सत्यापन अवश्य करें।

 

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