10वीं पास फर्जी सिपाही, 3 साल में 20 गर्लफ्रेंड.. हिन्दू लड़की को ‘राहुल’ तो मुस्लिम को ‘नौशाद’ नाम बताता, गिरफ्तार!

मुजफ्फरनगर में पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने पुलिस की वर्दी पहनकर खुद को सिपाही बताया और तीन साल में 20 से अधिक महिलाओं को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। आरोपी ने इनमें से 10 महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। पूछताछ में उसके जुर्म की परतें खुलती चली गईं, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया।

हिंदू महिलाओं को ‘राहुल’ और मुस्लिम को ‘नौशाद’

32 वर्षीय आरोपी नौशाद, जो मुजफ्फरनगर के चरथावल कस्बे का निवासी है, 10वीं पास है। वह महिला की धार्मिक पहचान के अनुसार नाम बदलता था—हिंदू महिलाओं को ‘राहुल’ और मुस्लिम महिलाओं को ‘नौशाद’ या ‘अब्दुल’ बताता था। वह पुलिस की वर्दी पहन कर महिलाओं को विश्वास में लेता और फिर उन्हें प्रेमजाल में फंसा लेता।

सोशल मीडिया और वर्दी का करता था गलत इस्तेमाल

नौशाद सोशल मीडिया के जरिए विधवा या पति से अलग रह रही महिलाओं को टारगेट करता था। उन्हें वर्दी में देखकर महिलाएं आसानी से विश्वास कर लेती थीं। फिर वह बातचीत शुरू कर नजदीकियां बढ़ाता और शारीरिक संबंध बनाता। उसने बताया कि वह असम, मेघालय, दिल्ली, गाजियाबाद, मथुरा, संभल, बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर की कई महिलाओं को निशाना बना चुका है।

पहली पत्नी 55 साल की, दूसरी से भी शादी कर चुका है नौशाद

पुलिस जांच में सामने आया कि नौशाद की पहली पत्नी उससे 23 साल बड़ी है और चरथावल इलाके में रहती है। दूसरी पत्नी सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के कच्ची सड़क इलाके में है। इस दोहरे जीवन के बावजूद, वह अन्य महिलाओं को फंसा कर शोषण करता रहा।

फर्जीवाड़े का खुलासा महिला की शिकायत पर हुआ

इस पूरे मामले का पर्दाफाश तब हुआ, जब एक महिला ने नगर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। महिला की बात को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जांच की जिम्मेदारी सीओ सिटी राजू कुमार साव को दी। जांच में नौशाद की करतूतें उजागर हुईं और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

सिपाही मित्र की वर्दी से रची गई ठगी की योजना

पुलिस पूछताछ में नौशाद ने कबूला कि वह कभी संभल में एक सिपाही मित्र के साथ रह रहा था। जब वह दोस्त चुनाव ड्यूटी के लिए मध्य प्रदेश गया, तो वर्दी उसके बैग में रह गई। नौशाद ने वही वर्दी पहनकर खुद को सिपाही बताना शुरू कर दिया और इस पहचान का दुरुपयोग करते हुए महिलाओं को फंसाया।

केस दर्ज, पुलिस ने भेजा जेल

पुलिस ने आरोपी के पास से वर्दी भी बरामद की है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी वर्दीधारी व्यक्ति पर बिना प्रमाणित पहचान पत्र देखे भरोसा न करें। खासकर महिलाएं किसी अनजान व्यक्ति से संवाद करने से पहले उसकी सत्यता जरूर जांचें।

पुलिस की अपील: वर्दीधारी से पूछें पहचान

इस मामले ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि किस तरह अपराधी वर्दी का इस्तेमाल कर मासूमों को निशाना बना सकते हैं। पुलिस ने आम जनता से आग्रह किया है कि कोई भी व्यक्ति वर्दी में मिले, तो उससे उसका विभागीय पहचान पत्र जरूर मांगे।

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