भोजपुरी एक्टर और युट्यूबर ‘दिलीप कुमार साहू’ ऑनलाइन फ्रॉड में गिरफ्तार.. बस ड्राइवर को भी नहीं बख्शा

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और यूट्यूब की दुनिया से जुड़े अभिनेता दिलीप कुमार साहू को मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। साहू पर आरोप है कि उन्होंने BEST बस ड्राइवर से 3.5 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने उन्हें उत्तर प्रदेश के कौशांबी से गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड के जरिए मुंबई लाया गया। यह गिरफ्तारी न केवल उनके खिलाफ बल्कि ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के खिलाफ भी एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

कैसे हुआ फ्रॉड? पोस्टर से शुरू हुई जालसाजी

दहिसर इलाके के रहने वाले एक BEST बस ड्राइवर को सड़क किनारे एक पोस्टर दिखा जिस पर लिखा था—“क्रेडिट कार्ड से कैश”। इसमें एक फोन नंबर भी दिया गया था। ड्राइवर ने 13 मई को उस नंबर पर संपर्क किया। कॉल पर दिलीप साहू ने 2.5% कमीशन पर कार्ड से कैश दिलाने की पेशकश की।

पहली बार में ड्राइवर ने ₹20,000 का ट्रांजैक्शन कराया, जिसमें से कमीशन काटकर ₹19,500 उसे वापस मिला। भरोसा बनने के बाद, 16 मई को ड्राइवर ने दो कार्ड से कुल ₹3.5 लाख का ट्रांजैक्शन कराया, लेकिन इस बार पैसा वापस नहीं आया। साहू ने फोन पर लगातार टाल-मटोल किया और फिर संपर्क बंद कर दिया।

साइबर सेल की तकनीकी जांच के बाद गिरफ्तारी

जब पीड़ित ड्राइवर को धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ तो उसने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई और दहिसर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की। मुंबई साइबर सेल ने मामले की तकनीकी जांच की, कॉल डिटेल्स और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री खंगाली और आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर 28 जून को उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से गिरफ्तार कर लिया।

फिलहाल आरोपी को 1 जुलाई, 2025 तक पुलिस हिरासत में रखा गया है और उससे पूछताछ जारी है।

सोशल इंजीनियरिंग के ज़रिए फंसाता था शिकार

दहिसर साइबर सेल के अधिकारियों के अनुसार, दिलीप साहू सोशल इंजीनियरिंग के ज़रिए लोगों को अपने झांसे में लेता था। वह कैश-ऑन-क्रेडिट जैसी स्कीम बताकर लोगों से कार्ड स्वाइप कराता और रकम हड़प लेता। जांच में यह भी सामने आया है कि उसने मुंबई के कांदीवली, गोरेगांव सहित कई इलाकों में इसी तरह के फ्रॉड किए हैं।

पुलिस को शक है कि उत्तर प्रदेश में भी साहू के खिलाफ मामले दर्ज हैं। अब पुलिस उसकी फ्रॉड नेटवर्क की पूरी जांच कर रही है, जिसमें उसके अन्य साथी और पीड़ितों की पहचान की जा रही है।

दोषी पाए जाने पर लगेगा कड़ा मुकदमा

साइबर सेल का कहना है कि साहू के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। अगर जांच में और पीड़ित सामने आते हैं तो यह मामला और बड़ा हो सकता है।

विशेषज्ञों की चेतावनी: सोशल इंजीनियरिंग से सावधान रहें

साइबर अपराध विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के फ्रॉड में आमतौर पर सोशल इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है, जिसमें धोखेबाज़ लोगों को विश्वास में लेकर ठगी करता है। उन्होंने कहा कि “क्रेडिट कार्ड से कैश” जैसे ऑफर बेहद खतरनाक हो सकते हैं और आम जनता को कभी भी किसी अनजान व्यक्ति या नंबर को कार्ड डिटेल नहीं देनी चाहिए।

बढ़ते साइबर अपराधों के बीच सतर्क रहना जरूरी

दिलीप कुमार साहू की गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि ऑनलाइन और ऑफलाइन ठगी करने वाले शातिर अपराधी किस तरह आम लोगों को अपने जाल में फंसा सकते हैं। ऐसे मामलों से निपटने के लिए साइबर जागरूकता और सतर्कता समय की मांग है।

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