भारतीय नौसेना में एक और पाकिस्तानी जासूस, Operation Sindoor में दे रहा था खूफिया जानकारी, ‘प्रिया शर्मा’ कौन?

भारतीय नौसेना के लिए यह एक बड़ा झटका है। नौसेना भवन दिल्ली में तैनात अपर डिवीजन क्लर्क (UDC) विशाल यादव को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसे राजस्थान पुलिस की CID ने जयपुर की अदालत में पेश कर 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ी खुफिया जानकारियां पाकिस्तान की महिला हैंडलर को लीक कीं।

नौसेना भवन से हुई गिरफ्तारी, जयपुर में हुई पूछताछ

विशाल यादव की गिरफ्तारी बुधवार को राजधानी दिल्ली स्थित नौसेना भवन से हुई। इसके बाद उसे रातोंरात जयपुर लाया गया, जहां CID की टीम ने उससे कई घंटों तक पूछताछ की। गुरुवार दोपहर उसे जयपुर की सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने 30 जून तक CID रिमांड मंजूर कर दी।

लंबे समय से थी जांच एजेंसियों की नजर

विशेष लोक अभियोजक (Special Public Prosecutor) सुदेश कुमार सत्तवान के अनुसार जांच एजेंसियां साल 2022 से ही विशाल यादव पर नजर रखे हुए थीं। उस पर पहले भी शक था, लेकिन उसके खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं मिल रहे थे। अब जब ठोस साक्ष्य हाथ लगे तो उसकी गिरफ्तारी की गई। पुराने मामलों में भी उसका नाम सामने आ चुका है।

ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान को भेजी

विशाल यादव पर आरोप है कि उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को महत्वपूर्ण खुफिया जानकारियां लीक कीं। यही नहीं, वह लगातार पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था। इस महिला का नाम उसने अपने फोन में “प्रिया शर्मा” के नाम से सेव किया था, पर जांच एजेंसियों को शक है कि यह फर्जी नाम है।

क्रिप्टोकरंसी में भुगतान, अन्य सहयोगियों की तलाश

पुलिस यह भी जांच कर रही है कि विशाल को जासूसी के बदले पैसे कैसे मिलते थे। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक उसे क्रिप्टोकरंसी और सीधे बैंक ट्रांसफर के जरिए भुगतान किया जाता था। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या उसके साथ कोई और भी इस नेटवर्क में शामिल है।

कोर्ट में सिर झुकाए खड़ा रहा आरोपी

विशाल यादव को जब अदालत में पेश किया गया, तब वह लगातार अपना चेहरा छुपाने की कोशिश करता रहा। पूछे गए सवालों पर उसने चुप्पी साधे रखी। कोर्ट से निकलते समय भी वह पुलिसकर्मियों के पीछे छिपता नजर आया।

कौन है विशाल यादव?

विशाल यादव हरियाणा के रेवाड़ी का निवासी है और भारतीय नौसेना में UDC के पद पर कार्यरत था। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि वह पैसे के लालच में आकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा था। अब राजस्थान पुलिस, CID और अन्य एजेंसियां उसके सोशल नेटवर्क, पासपोर्ट, बैंक खातों और विदेशी संपर्कों की जांच कर रही हैं।

महिला हैंडलर की पहचान और नेटवर्क का पर्दाफाश

अब जांच एजेंसियों का फोकस यह पता लगाने पर है कि ‘प्रिया शर्मा’ नाम की महिला कौन है, उसका असली नाम क्या है और वह कहां से ऑपरेट करती है। इसके अलावा, यह भी जानने की कोशिश की जा रही है कि यह जासूसी नेटवर्क कितना बड़ा है और इसमें कौन-कौन शामिल है।

 

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