शर्मनाक: 60 साल की दादी को स्किन कैंसर.. बेटे-पोते ने अस्पताल से उठाया, कचरे में फेंका! घटना CCTV में कैद, देखें

मुंबई के आर्य कोलीनी एरिये इलाके में एक 60 वर्षीय कैंसर रोगी महिला, यशोदा गायकवाड़, को कचरे का ढेर में पड़ा पाया गया। पुलिस शिकायत पर शुरू की गई जांच में पाया गया कि महिला को उसके पोते सागर शेवले और चाचा ने रातों-रात हॉस्पिटल से कचरा डंप पर फेंक दिया था। CCTV फुटेज ने उनकी कहानी को नकारा और पिता-पोते ने गुनाह माना ।
CCTV फुटेज ने खोली पोल, सफाई नहीं बचा पाई
CCTV में स्पष्ट दिखा कि सागर शेवले और उनके चाचा बाबासाहेब गायकवाड़ अस्पताल में यशोदा को बाइक से ले गए, और उसे बाहर लाकर पास ही कचरे में छोड़ गए। इस फर्जी सहायता के बहाने की कहानी पुलिस की जांच में बेनकाब हुई ।
पुलिस ने दर्ज किया केस, 3 रिश्तेदारों पर लगे गंभीर आरोप
मुंबई पुलिस ने यशोदा को कचरे में डंप करने वाले सागर शेवले, उनके चाचा और एक ऑटो चालक संजय कुदशीम के खिलाफ केस दर्ज कर Section 125 (BNS Act) और Section 24 (Maintenance & Welfare of Parents and Senior Citizens Act) के तहत आरोप लगाए।
इलाज जारी, पर हाल बेहाल
यशोदा को पहले जोगेश्वरी के ट्रॉमा केयर हॉस्पिटल में लाया गया, जहाँ कुछ घंटों बाद कोऑपर हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। डॉक्टरों के अनुसार उसका चेहरा घायल था और वह बेसल सेल कार्सिनोमा से पीड़ित थी। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है ।
घरवालों का बचाव और समाज की प्रतिक्रिया
परिवार ने शुरू में कहा कि वह ज़रा भटक गई थी, लेकिन CCTV सबूत के आने के बाद पिता-पोते ने अपना जुर्म मान लिया। इस मामले ने पूरे मुंबई में बुजुर्गों के खिलाफ ऐसे अपराधों पर सवाल उठाए हैं। राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी मामला अपने संज्ञान में लिया है ।
जांच और देखभाल की जरूरत
अब पुलिस की सभी तीनों गिरफ्तारियों के बाद संदेह जांच प्रक्रिया जारी है।
नागपुर के एक मेडिकल संस्थान ने यशोदा के कैंसर इलाज की जिम्मेदारी भी लेने की पेशकश की है ।
अंततः, यह मामला बुजुर्ग कल्याण अधिनियम, मेडिकल व्यवस्था और परिवारिक जिम्मेदारी जैसे कई सवाल खड़े करता है।