रसूखदारों के कहर और पुलिस की सुस्ती ने ली जान..पति के बाद पत्नी ने भी दे दी जान ! मौत का जिम्मेदार कौन?

लखनऊ में एक ऐसा त्रासदीपूर्ण मामला सामने आया है जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। पहले, रसूखदारों द्वारा झूठे आरोपों से तंग आकर महेश निषाद ने आत्महत्या कर ली, और न्याय न मिलने पर उनकी पत्नी कविता निषाद ने भी गोमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली।

रसूखदारों पर चोरी का आरोप, इंसाफ न मिला तो मौत को अपनाया

एससीपी हजरतगंज, विकास जैन ने बताया कि महेश निषाद पर ₹6.5 लाख चोरी का झूठा आरोप लगाया गया था। यह आरोप लगाने वालों को शक्तिशाली माना जाता है, जिनके खिलाफ पुलिस ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की। इससे निराश होकर महेश ने दो अप्रैल को फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पत्नी की लड़ाई बेअसर, पुलिस की सुस्ती ने ली जान

महेश की पत्नी कविता निषाद ने 26 जून को दो अप्रैल की आत्महत्या के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस की धीमी प्रतिक्रिया से वह टूट गई। उसने बेटे व बेटी को साथ लेकर लक्ष्मण मेला मैदान पहुंची और फिर अचानक नदी में कूद गई — जहाँ उसकी मौत हो गई।

न्याय की गुहार

महेश ने आत्महत्या से पहले वीडियो बनाकर संदेश भेजा था जिसमें उसने अपने उपर लगाए आरोपों को फर्जी बताते हुए मालकिन और रसूखदारों पर निशाना साधा था। वीडियो से स्पष्ट हुआ कि पैसे और न्याय की मांग ने उसे ये कदम उठाने को मजबूर किया।

पुलिस की जांच शुरू, FIR दर्ज

हजरतगंज पुलिस ने कविता की तहरीर के बाद स्वयं को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया। एससीपी ने कहा कि मामले की फोरेंसिक जांच चल रही है, और वीडियो समेत सभी सबूतों की समीक्षा की जाएगी।

 

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