‘चूहे’ की वजह से थम गईं हजारों यात्रियों की सांसे, “हमसफर एक्सप्रेस” में हड़कंप.. बजने लगे फायर अलार्म और..

दिल्ली से कटिहार जा रही हमसफर एक्सप्रेस (15706) में उस समय अफरातफरी मच गई जब चलती ट्रेन के एक एसी कोच में शॉर्ट सर्किट हो गया। इसके पीछे वजह थी एक चूहा, जिसने इलेक्ट्रिक पैनल में घुसकर तकनीकी गड़बड़ी पैदा कर दी। ट्रेन के अंदर धुआं भरने लगा और फायर अलार्म व सायरन के बजते ही यात्रियों में हड़कंप मच गया।

वीआईपी ट्रेन में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

हमसफर एक्सप्रेस को भारतीय रेलवे की प्रीमियम और वीआईपी ट्रेनों में गिना जाता है। यह ट्रेन दिल्ली जंक्शन से शाम करीब 4:45 बजे रवाना हुई थी और रात करीब 9:10 बजे जब यह कानपुर के पनकी धाम स्टेशन को पार कर रही थी, तभी बी-8 कोच में यह हादसा हुआ। इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट हुआ और पूरा कोच धुएं से भर गया, जिससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों में भारी दहशत फैल गई।

फायर अलार्म और सायरन से मची अफरा-तफरी

शॉर्ट सर्किट के चलते कोच में लगे फायर अलार्म और सायरन तेज आवाज में बजने लगे। ये अलार्म इस बात का संकेत दे रहे थे कि कोच में आग लग चुकी है। अचानक धुएं और दुर्गंध से यात्री घबरा गए और कोच में अफरा-तफरी मच गई। कुछ यात्रियों ने ट्रेन रोकने की मांग भी की, लेकिन ट्रेन चलती रही।

तकनीशियन ने पैनल से निकाला जला हुआ चूहा

चलती ट्रेन में ही दो रेलवे टेक्नीशियन मौके पर पहुंचे और बी-8 कोच के एंट्री गेट के पास बने इलेक्ट्रिक पैनल की जांच शुरू की। कुछ ही देर में उन्हें वहां एक आधा जला हुआ मरा चूहा फंसा मिला। टेक्नीशियनों ने उसे पैनल से बाहर निकाला और बताया कि यह समस्या आमतौर पर होती रहती है और इससे यात्रियों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोच में आग जैसी कोई स्थिति नहीं है और सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।

यात्रियों ने एक्स (Twitter) पर शेयर की पूरी घटना

हादसे से डरे यात्री शांत होने के बाद अपनी नाराजगी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर जाहिर करने लगे। उन्होंने पूरी घटना को वीडियो और टेक्स्ट के माध्यम से एक्स पर साझा किया और रेलवे प्रशासन से सवाल किए कि हमसफर जैसी प्रीमियम ट्रेन में ऐसी लापरवाही कैसे हो सकती है।

सेंट्रल स्टेशन पर भी नहीं मिला कोई जवाब

सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि घटना के बाद जब ट्रेन सेंट्रल स्टेशन पहुंची, तब भी किसी भी रेलवे स्टाफ ने यात्रियों से संपर्क नहीं किया, न ही कोई औपचारिक जांच या मुआयना किया गया। यात्रियों का कहना है कि जब सोशल मीडिया के माध्यम से रेलवे को सूचना दी जा चुकी थी, फिर भी प्रशासन की उदासीनता समझ से परे है।

 रेलवे को सुरक्षा और मेंटेनेंस पर देना होगा ध्यान

इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा और रख-रखाव व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक मामूली चूहे की वजह से यदि ऐसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है, तो बड़े हादसों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। हमसफर जैसी वीआईपी ट्रेनों में नियमित निरीक्षण, पेस्ट कंट्रोल और तकनीकी उपकरणों की निगरानी बेहद जरूरी है ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।

 

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