Shocking: न्याय दिलाने वाले बने हत्यारे! संदूक में सीमेंट से जमी लाश की सच्चाई आई सामने.. होश उड़ा देंगे नाम

रायपुर में इंड्राप्रस्थ कॉलोनी फेज‑2 के पास से एक सड़ता हुआ शव मिला, जिसे सीमेंट से भरे सूटकेस में बंद कर स्टील ट्रंक में डाला गया था। जांच से खुलासा हुआ कि यह  हत्या है जिसमें वकील अंकित उपाध्याय और उनकी पत्नी शिवानी शर्मा आरोपी हैं, और हत्या का मूल कारण संपत्ति से जुड़े विवाद बताए जा रहे हैं।

सीमेंट से बंद शव मिला सूटकेस में

स्थानीय निवासियों ने सोमवार दोपहर एक अजीब बदबू की सूचना दी। जांच में पाया गया कि स्टील ट्रंक के अंदर एक सूटकेस था, जिसमें दफनाए गए शव को सीमेंट में बंद कर रखा गया था। प्रथम दृष्टया शव की गर्दन कटने की चोटें दिखाई दीं, और हाथ-पैर जकड़े हुए पाए गए, जो हत्या की स्पष्ट निशानी है ।

CCTV और फर्जी नंबर प्लेट ने खोला पर्दा

आसपास के सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि दो व्यक्ति एक कार (पुरानी ऑल्टो) से ट्रंक उतार रहे थे, जबकि पीछे एक महिला स्कूटी पर उन्हें फॉलो कर रही थी । जांच में पता चला कि कार में फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी, जो किसी अन्य वाहन से ली गई थी।

आरोपियों का सरगर्म रिमोट कंट्रोल – ट्रंक की खरीद-बिक्री तक का सच

पुलिस ने ट्रंक की खरीद का ट्रैक लगाया, जो रायपुर के गोलबाजार स्थित रिटेलर से ऑनलाइन ‘शिवानी शर्मा’ नाम पर खरीदा गया था। ट्रंक की डिलीवरी उसी कॉलोनी में ऑटोरिक्शा से की गई ।

वकील दंपती गिरफ्तार – हत्या की मंशा संपत्ति विवाद में

पूछताछ के बाद पुलिस तक खुलासा हुआ कि अनकित उपाध्याय (रिटायर्ड ASI के बेटे और वकील) और उनकी पत्नी शिवानी शर्मा ने किशोर पैकरा (लगभग 40 वर्ष) की हत्या की थी। प्रारंभिक जानकारी से पता चला कि यह हत्या 21–22 जून को संपत्ति सौदे में ₹30 लाख के लेन-देन विवाद के चलते की गई थी—महत्वपूर्ण ₹20 लाख की राशि नहीं देने पर मोर्चा खुला ।

आरोपियों की दिल्ली से धर-पकड़, रायपुर लाया गया

SSP लाल उमेद सिंह ने बताया कि दंपती को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया और उन्हें रायपुर लाया गया है। दोनों हत्या के प्रयास में भाग रहे थे और सीमेंट से लैस ट्रंक फेकने की योजना बना रहे थे । मंगलवार को रायपुर एयरपोर्ट पर जब दोनों आरोपी पहुंचे, तो उन्होंने मीडिया कैमरों से अपना चेहरा छिपाया और किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार किया। पुलिस का मानना है कि यह हत्या प्रॉपर्टी हड़पने की मंशा से की गई।

मामला मीठे से कटेगा या कठोर कार्रवाई?

मामले की जांच जारी है; फोरेंसिक टीमों द्वारा सीमेंट में दफन शव की जांच की जा रही है।
पुलिस ने ट्रंक निर्माणकर्ता, वाहन मालिक और ट्रंक खरीदी तक की जांच शुरू की है।
आरोपियों ने हत्या के समय और मोटिव की विस्तृत जानकारी देने का सिलसिला शुरू कर दिया है।

 

 

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