UP: CM Yogi और Akhilesh के बीच क्यों छिड़ी ‘D’ कंपनी की बहस, चौंकाने वाला है एक शख्स का पुराना किस्सा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (20 जून) को आजमगढ़ के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। सीएम योगी ने मंच से कहा कि “वे विकास नहीं करते थे, वे तो मुंबई की D कंपनी और दाऊद गिरोह को पालते थे। उनके साथ पार्टनरशिप करते थे और मिलकर बंदरबांट किया करते थे।”

D कंपनी से जोड़कर आतंकी वारदातों का जिक्र

सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछली सरकारों के समय जब कोई आतंकी घटना होती थी, तो बदनाम आजमगढ़ होता था। उन्होंने कहा कि “आजमगढ़ के युवाओं के सामने पहचान का संकट खड़ा हो जाता था। सुरक्षा में सेंध लगती थी, और इसके पीछे की साझेदारी D कंपनी जैसे गिरोहों से थी।”

सपा प्रमुख अखिलेश यादव का तीखा पलटवार

सीएम योगी के बयान के तुरंत बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पलटवार करते हुए कहा, “पहले D कंपनी को एक्सप्लेन कर दीजिए, फिर हम जवाब देंगे। D कंपनी किसे कहते हैं? डेवलपमेंट कंपनी? D कंपनी को किसने रोका है? उसका मतलब क्या है?”

मीडिया एडवाइजर पर गंभीर आरोप

अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी के एक पुराने मीडिया एडवाइजर पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “जिस शख्स ने हमारे खिलाफ पैसे देकर मीडिया में खबरें चलवाईं, उसका नाम सब जानते हैं। उसका लेनदेन भी D कंपनी से ही था। इसलिए योगीजी को बार-बार D कंपनी याद आती है।” उन्होंने यह भी कहा, “उसका D कंपनी से जमीनी रिश्ता था, ऐसे वैसे नहीं। वो कंपनी वाला अब किस देश में है, ये भी सब जानते हैं।”

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को लेकर सपा का दावा

अखिलेश यादव ने सीएम योगी के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे उद्घाटन पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा, “जिससे यह लिंक जुड़ा है, वह हाईवे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की वजह से बना था। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे किसी भी नेता, पॉलिटिकल व्यक्ति या पत्रकार ने नहीं मांगा था।” उन्होंने बताया, “जब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो गया, तब आजमगढ़ को जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की घोषणा मैंने खुद विधानसभा में की थी और कैबिनेट मंत्रियों के साथ मिलकर उसका शिलान्यास भी किया था।”

सीएम योगी का स्पष्ट संदेश

अपने संबोधन के अंत में सीएम योगी ने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश में अब विकास ही प्राथमिकता है, और किसी भी आतंकी या राष्ट्रविरोधी ताकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “हमने आजमगढ़ की छवि बदली है, यहां अब शिक्षा और विकास की बात होती है, न कि आतंक की।”

 

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