UP: Jeans-Top पहनी 20-28 वर्षीय लड़कियां, गली-गली क्यों मांग रही थीं भीख ? वजह ने पुलिस को भी चौंकाया

शुक्रवार दोपहर बरेली के आंवला क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जब जींस-टॉप पहने नौ युवतियों को सड़क पर घूम-घूमकर भीख मांगते हुए पकड़ा गया। युवतियों का पहनावा और व्यवहार देखकर राहगीरों को शक हुआ, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। जांच के बाद यह मामला एक सुनियोजित गिरोह की आशंका की ओर इशारा करता दिख रहा है।
मेडिकल कॉलेज के पास युवतियां मांग रही थीं मदद
आंवला-बदायूं रोड पर स्थित एक मेडिकल कॉलेज के समीप शुक्रवार दोपहर को गुजराती युवतियों का एक समूह राहगीरों को रोककर उनसे मदद की गुहार लगाता नजर आया। ये युवतियां खुद को किसी पारिवारिक परेशानी में बताकर लोगों से 100-200 रुपये मांग रही थीं। इनका पहनावा और बातचीत का तरीका आम भिखारियों से बिलकुल अलग था। कुछ लोग इनके भावनात्मक अपील में फंसकर पैसे भी दे बैठे, लेकिन कुछ को इनकी हरकतों पर शक हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवतियों को लिया हिरासत में
सूचना मिलते ही आंवला पुलिस मौके पर पहुंची और सभी युवतियों को हिरासत में लेकर थाने लाई। पूछताछ में उन्होंने खुद को गुजरात के अहमदाबाद की निवासी बताया। इन युवतियों के नाम क्रमश: उर्मी (28), नीतू (25), कुसुम (25), अंजलि (21), सुनीता (26), रीना (20), मनीषा (20), पूनम (25) और टीना (26) बताए गए हैं। पुलिस ने शांतिभंग की धाराओं में सभी का चालान कर दिया और उन्हें एसडीएम कोर्ट में पेश किया।
दो-दो लाख के निजी मुचलके पर कोर्ट से मिली रिहाई
एसडीएम कोर्ट में पेशी के बाद सभी युवतियों को दो-दो लाख रुपये के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, युवतियों के पास कोई स्थायी ठिकाना या स्थानीय परिचय नहीं था, जिससे उनकी गतिविधियों पर संदेह और गहरा गया है।
भीख मांगने वाले गिरोह की हो सकती है बड़ी साजिश
स्थानीय लोगों और पुलिस का मानना है कि इन युवतियों के पीछे एक संगठित गिरोह हो सकता है, जिसकी अन्य शाखाएं आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय हैं। चर्चा है कि यह गिरोह सिर्फ भीख मांगने तक सीमित नहीं, बल्कि राहगीरों से पैसे न मिलने पर उन पर झूठे आरोप भी लगा सकता है। इससे सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द को खतरा हो सकता है।
पुलिस ने लोगों को किया सतर्क, कोतवाल ने दी चेतावनी
आंवला कोतवाल कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि युवतियां खुद को पारिवारिक समस्याओं से ग्रसित बताकर लोगों से भावनात्मक रूप से मदद मांग रही थीं। उन्होंने कहा, “हमने सभी का शांतिभंग की धाराओं में चालान किया है और आगे की निगरानी के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया है।”
साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति या समूह इस तरह की गतिविधियों में लिप्त दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।