Exam दे रहे थे ‘विधायक’ और छात्र नेता, अचानक पुलिस आई और उठा ले गई.. गिरफ्तारी से बवाल, जानिए वजह

आज, 21 जून 2025 को सुबह राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University), जयपुर के दर्शनशास्त्र विभाग के परीक्षा केंद्र पर छात्र नेता और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को जयपुर पुलिस ने हिरासत में लिया। उनके साथ कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया को भी गिरफ्तार किया गया, जिस वजह से यह मामला सुर्खियों में बन गया।

एक ऐतिहासिक कार्रवाई

राजस्थान सरकार की पुलिस टीम, सिविल वर्दी पहनकर, बिना कोई हाईविज़िलेंस, सीधे परीक्षा हॉल में पहुंची। चौधरी और पूनिया परीक्षा दे रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें पकड़कर पुलिस वैन में बैठा दिया। इस कार्रवाई की घटना कैमरे में कैद हो गई, जिससे राजनीतिक गलियारों में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या यह निष्पक्ष कार्रवाई है या राजनीतिक प्रतिशोध।

आरोप और कानूनी पहलू

पुलिस ने बताया कि दोनों के खिलाफ गांधीनगर थाने में पहले से दर्ज एक राजकार्य में बाधा डालने का मामला है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह केस हालिया आंदोलन या प्रदर्शन से जुड़ा है या इसका कोई पुराना आधार है।

निर्मल चौधरी की प्रतिक्रिया

निर्मल चौधरी ने सोशल मीडिया पर लिखकर पुलिस की इस कार्रवाई को “गुंडागर्दी” करार दिया। उनका आरोप है कि पुलिस उनकी फाइलों और प्रोफाइल की जांच परीक्षा शुरू होने से पहले से कर रही थी। वहीं, पूनिया ने इसे “कायरतापूर्ण हरकत” बताया।

जांच-प्रक्रिया और पुलिस रुख

धारा में बताया गया कि गिरफ्तारियों के बाद दोनों नेताओं को पहले गांधी नगर थाने ले जाया गया। वहां से पूनिया को रिहा कर दिया गया, जबकि निर्मल चौधरी को मालवीय नगर और फिर सांगानेर सदर थाने ट्रांसफर किया गया। डीसीपी और एडिशनल डीसीपी का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और शीघ्र स्पष्टता दी जाएगी, हालांकि अभी तक कॉल रिसीव नहीं हुए हैं।

राजनीतिक और छात्र समुदाय की प्रतिक्रिया

राजनीतिक दलों और छात्र समुदाय में इस कार्रवाई को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कुछ इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई मान रहे हैं, जबकि अन्य कट्टर कानून का हिस्सा बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर समर्थन और विरोध दोनों के पोस्ट वायरल हैं। मामला अभी और विस्तार से उभरने की संभावना है।

 

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