मंत्री जी से नाराज मंत्री का ही बेटा, खुलेआम दिया बयान.. कहा – ‘आपने मुझे ही नीचा दिखाया, अब मैं…’ सियासी बवाल !

हिमाचल प्रदेश की राजनीति इन दिनों एक अजीब मोड़ पर है। कांग्रेस सरकार के कृषि मंत्री चंद्र कुमार और उनके बेटे नीरज भारती के बीच ट्रांसफर और राजनीतिक फैसलों को लेकर खुला मतभेद सामने आया है। सोशल मीडिया पर नीरज ने अपने ही पिता के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है और धमकी दी है कि अगर बीजेपी से जुड़े तबादले रद्द नहीं हुए तो वे उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।

मंत्री चंद्र कुमार ने इस्तीफे की अटकलों को किया खारिज

गुरुवार, 19 जून को हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि उन्हें इस्तीफा देने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में स्थानांतरण और समायोजन से जुड़ी समस्याएं सुलझ चुकी हैं और अब मुद्दे को तूल देना ठीक नहीं है। उन्होंने स्थानांतरण की प्रक्रिया को “भानुमती का पिटारा” बताते हुए कहा कि कई बार अपात्र लोगों को लाभ मिल जाता है, जिससे सरकार और जनप्रतिनिधियों की छवि खराब होती है।

सोशल मीडिया पर बेटे नीरज भारती का तीखा विरोध

मंत्री के इस बयान के कुछ ही घंटे बाद उनके बेटे और कांग्रेस नेता नीरज भारती ने फेसबुक पर एक तीखी पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा कि यदि बीजेपी से जुड़े कर्मियों के तबादले रद्द नहीं किए गए तो वे अपने पिता के खिलाफ अगला चुनाव लड़ेंगे। नीरज ने आरोप लगाया कि जब कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार में होते हैं, तब भी उन्हें नजरअंदाज किया जाता है जबकि विपक्ष में रहते हुए उन्होंने पार्टी के लिए संघर्ष किया होता है।

“कुर्सी की मजबूरी आपकी होगी, मेरी नहीं” – नीरज भारती

नीरज भारती ने आगे लिखा, “हमें पता है कि बीजेपी राज में हमने क्या झेला है। वे भाजपाई जिनके तबादले होने चाहिए थे, हो गए। लेकिन वे कांग्रेस कार्यकर्ता जिनकी मेहनत से चुनाव जीता गया, अब भी अनदेखे हैं। अगर अब भी ट्रांसफर नहीं हुआ तो यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धोखा है। ”उन्होंने यह भी जोड़ा, “कुर्सी की मजबूरी आपकी हो सकती है, लेकिन मेरी नहीं है।”

“आपने मुझे ही नीचा दिखाया” – पिता पर व्यक्तिगत टिप्पणी

नीरज ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने लिखा, “आपके इंटरव्यू से मैं आहत हूं क्योंकि आपने मुझे ही नीचा दिखा दिया। यह लड़ाई अब केवल मेरी नहीं है, यह कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं की लड़ाई है, जिसे मैं सोशल मीडिया पर खुलकर लड़ूंगा।”

मंत्री चंद्र कुमार ने बेटे की नाराजगी को बताया ‘युवावस्था का जोश’

विवाद के बीच मंत्री चंद्र कुमार ने बेटे नीरज की प्रतिक्रियाओं को ‘युवावस्था का गुस्सा’ बताया और कहा कि अब मामला सुलझ चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि वे ट्रांसफर मामलों में खुद शामिल नहीं होते क्योंकि यह समय की बर्बादी है। मंत्री ने यह भी बताया कि कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रांसफर को ही अपना पेशा बना चुके हैं, जो राजनीति की गरिमा को नुकसान पहुंचा रहा है।

कांग्रेस के लिए बना चुनौतीपूर्ण पारिवारिक टकराव

यह सार्वजनिक विवाद कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है, जहां एक ओर वरिष्ठ मंत्री पद पर हैं और दूसरी ओर उनका पुत्र खुलकर विरोध कर रहा है। यह घटनाक्रम पार्टी के आंतरिक तंत्र और कार्यकर्ताओं के असंतोष को भी उजागर करता है। फिलहाल हिमाचल की राजनीति में यह मामला गरमाया हुआ है और आने वाले दिनों में इसके और गंभीर राजनीतिक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

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