9 दिनों में 84 हवाई यात्राएं हुईं कैंसिल, कोई बीच रास्ते से लौटे.. कोई उड़ी ही नहीं, आज भी टला बड़ा हादसा, 68 यात्री..

तमिलनाडु से एक और विमान दुर्घटना टली है। मदुरै के लिए उड़ान भर रहे इंडिगो एयरलाइंस के एक विमान को तकनीकी खराबी के चलते उड़ान के दौरान चेन्नई एयरपोर्ट पर आपात रूप से वापस लैंड कराना पड़ा। यह घटना तब सामने आई जब विमान करीब आधे घंटे से अधिक समय तक हवा में था और अचानक पायलट को तकनीकी समस्या का आभास हुआ।

हवा में आई तकनीकी खराबी, पायलट ने लिया त्वरित निर्णय

इंडिगो की यह उड़ान चेन्नई से मदुरै के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के लगभग 30 मिनट बाद पायलट को तकनीकी समस्या का संकेत मिला। इसके बाद पायलट ने तत्काल निर्णय लेते हुए चेन्नई एटीसी से संपर्क किया और विमान को सुरक्षित रूप से वापस चेन्नई एयरपोर्ट पर उतारा गया।

68 यात्रियों की जान बची, विमान सुरक्षित लैंड

विमान में कुल 68 यात्री सवार थे। चेन्नई एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया और उन्हें वैकल्पिक विमान की व्यवस्था के लिए जानकारी दी गई। हालांकि, इस घटना को लेकर इंडिगो एयरलाइंस की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है।

बम की धमकी से लेकर टर्बुलेंस तक

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में इंडिगो और अन्य एयरलाइंस से जुड़ी कई गंभीर घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 17 जून को कोच्चि से दिल्ली जा रही फ्लाइट 6E-2706 को नागपुर में आपात लैंडिंग करानी पड़ी थी। उस समय विमान को बम से उड़ाने की धमकी ईमेल के माध्यम से मिली थी, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई थी।

टर्बुलेंस और खराब मौसम बना वजह

इंडिगो की गोवा-लखनऊ फ्लाइट 6E 6811 में भी बीच हवा में टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा था, लेकिन पायलट और केबिन क्रू ने स्थिति को संभालते हुए यात्रियों को सुरक्षित उतारा। भारी बारिश और ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाएं विमानों की उड़ानों को प्रभावित कर रही हैं।

एयर इंडिया ने रद्द कीं 8 उड़ानें, अहमदाबाद क्रैश के बाद सख्त निगरानी

एयर इंडिया ने शुक्रवार को 8 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया, जिनमें 4 डोमेस्टिक और 4 इंटरनेशनल उड़ानें शामिल हैं। बताया गया कि एयरपोर्ट पर मेंटेनेंस और ऑपरेशनल कारणों से ये कदम उठाया गया है। अहमदाबाद में 12 जून को हुए प्लेन क्रैश में 270 लोगों की मौत के बाद से एयरपोर्ट्स पर विमान की तकनीकी जांच और ऑपरेशनल चेकिंग में सख्ती बढ़ा दी गई है।

9 दिनों में रद्द हुईं 84 उड़ानें

12 जून के प्लेन क्रैश के बाद से लेकर अब तक कुल 84 उड़ानें देशभर में अलग-अलग कारणों से रद्द हो चुकी हैं। यह दर्शाता है कि एयरलाइन कंपनियों को वर्तमान में तकनीकी और सुरक्षा मुद्दों से जूझना पड़ रहा है। यात्रियों में भय और असमंजस का माहौल देखा जा रहा है।

धैर्य बनाए रखें, एयरलाइंस पर भरोसा रखें

एविएशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि वर्तमान समय में यात्रियों को सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और एयरलाइंस के साथ सहयोग करना चाहिए। हालांकि, लगातार हो रही घटनाओं के कारण DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने सभी एयरलाइनों से कहा है कि वे अपनी सुरक्षा जांच प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाएं।

 

Related Articles

Back to top button