“पापा प्लीज मुझे बचालो..जल्दी आओ”,17 वर्षीय बेटी का 1 फोन.. और पिता की हालत खराब, किडनैपिंग ? पुलिस..

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ठेकेदार की 17 वर्षीय बेटी के कथित अपहरण की खबर ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। रावतपुर थाना क्षेत्र से लापता हुई किशोरी ने खुद अपने पिता को फोन कर यह जानकारी दी कि उसे कुछ लोग जबरन कार में बिठाकर कहीं ले जा रहे हैं। इसके तुरंत बाद उसका फोन बंद हो गया।
कोचिंग से लौटते वक्त हुआ अपहरण ?
पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी काकादेव स्थित एक कोचिंग सेंटर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। बुधवार शाम को पिता किसी आवश्यक कार्य के लिए बाहर गए हुए थे और उनकी बेटी घर पर अकेली थी। शाम करीब छह बजे किशोरी ने रोते हुए पिता को कॉल किया और कहा, “पापा जल्दी आ जाओ, मुझे बचा लो। मुझे कोई गाड़ी में बैठाकर ले आया है, समझ नहीं आ रहा कहां हूं।” इसके तुरंत बाद कॉल कट गया और मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
माँ की मौत के बाद बेटी को गांव से लाकर शहर में बसाया
पीड़िता के पिता ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। इसके बाद बेटी और बेटा गांव में अपने दादा के पास रहते थे। लगभग तीन महीने पहले उन्होंने बेटी को पढ़ाई के लिए गांव से बुलाकर शहर में किराए पर कमरा लेकर रहने की व्यवस्था की थी। वह बैंक की परीक्षा की तैयारी कर रही थी और रोज कोचिंग के बाद घर लौटती थी।
फोन लोकेशन से चल रही है खोजबीन
पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और रावतपुर थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। रावतपुर थाना प्रभारी के.के. मिश्रा ने बताया कि किशोरी ने जिस मोबाइल नंबर से कॉल किया, उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। पुलिस तकनीकी और स्थानीय स्तर पर खोजबीन में जुट गई है।
परिजनों को अनहोनी की आशंका
फोन कट होने के बाद परिजनों ने लगातार कॉल करने की कोशिश की लेकिन मोबाइल बंद मिला। कई घंटे तक अपनी तरफ से खोजबीन करने के बाद थक हारकर परिजन पुलिस के पास पहुंचे। परिजनों को किशोरी के साथ किसी अनहोनी की आशंका सता रही है। घटना के बाद से परिवार में मातम और भय का माहौल है।
पुलिस के लिए चुनौती बना केस
किशोरी द्वारा दी गई सीमित जानकारी और फोन बंद हो जाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। हालांकि पुलिस तकनीकी टीम की मदद से लोकेशन ट्रेस करने और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है। यह मामला शहर की कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है, जहां दिनदहाड़े एक किशोरी गायब हो जाती है और अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।