कोरोना की चौथी लहर 28 दिन की.. वैक्सीनेशन के बावजूद होगा संक्रमण, BHU के प्रोफेसर का बड़ा दावा

JN.1 वेरिएंट, ओमिक्रॉन के BA.2.86 वंश का एक उप-संस्करण है, जिसे पहली बार अगस्त 2023 में पहचाना गया था। इस वेरिएंट में अतिरिक्त म्यूटेशन के कारण यह अधिक संक्रामक हो गया है, जिससे यह तेजी से फैल रहा है।
उत्तर प्रदेश में मामलों की स्थिति
हाल ही में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, अधिकांश मामले हल्के लक्षणों वाले हैं और गंभीरता की कोई रिपोर्ट नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने परीक्षण और निगरानी बढ़ा दी है।
28 दिनों की चौथी लहर
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के प्रोफेसर राम शंकर उपाध्याय ने चेतावनी दी है कि JN.1 वेरिएंट के कारण उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की चौथी लहर आ सकती है, जो लगभग 28 दिनों तक चलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यह लहर पिछले अनुभवों की तुलना में कम गंभीर हो सकती है, लेकिन सावधानी बरतना आवश्यक है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
राज्य सरकार ने अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, टेस्टिंग और वैक्सीनेशन अभियान को भी तेज किया गया है।
लक्षण और सावधानियां
JN.1 वेरिएंट के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, खांसी, थकान और शरीर में दर्द शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकांश मामलों में लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
लॉकडाउन की संभावना
विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में लॉकडाउन की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि मामलों में अचानक वृद्धि होती है, तो सरकार आवश्यक कदम उठा सकती है।
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के JN.1 वेरिएंट के मामलों में वृद्धि चिंता का विषय है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। जनता को चाहिए कि वे मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें और वैक्सीनेशन करवाएं। सावधानी और सतर्कता से हम इस चुनौती का सामना कर सकते हैं।