25 दूल्हों की इकलौती दुल्हन ! खोले ऐसे -ऐसे राज, पुलिस ने भी पकड़ा माथा.. 15 दिन का होता था टारगेट

नई दिल्ली। शादी का सपना देख रहे युवकों को झांसे में लेकर ठगने वाली एक शातिर ‘लुटेरी दुल्हन’ आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। राजस्थान के सवाई माधोपुर के रहने वाले विष्णु शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने भोपाल से अनुराधा पासवान नाम की महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने अब तक 25 से अधिक नकली शादियां कर दर्जनों लोगों को ठगा है। अनुराधा हर शादी के बाद 15 दिन के भीतर कीमती सामान लेकर फरार हो जाती थी।

शादी के 12 दिन बाद फरार हुई दुल्हन

ताजा मामले में विष्णु शर्मा की शादी अनुराधा से 19 अप्रैल 2025 को हुई थी। शादी के महज 12 दिन बाद, यानी 2 मई को वह जेवर, नकदी और मोबाइल लेकर घर से फरार हो गई। विष्णु की शिकायत पर मानटाउन थाने में 3 मई को केस दर्ज किया गया। विष्णु ने बताया कि उसे सुनीता राठौड़ और पप्पू मीणा नाम के दलालों ने मनपसंद दुल्हन दिलाने का वादा किया था। उन्होंने कोर्ट में एग्रीमेंट करवा कर 2 लाख रुपये लिए और शादी करवा दी।

बाथरूम में छिपा मोबाइल और चौंकाने वाली कॉल

विष्णु ने बताया कि अनुराधा ने कहा था कि उसके पास मोबाइल नहीं है, वह उन्हीं का फोन इस्तेमाल करती थी। लेकिन भागने वाले दिन बाथरूम में एक की-पैड मोबाइल मिला, जिससे वह गिरोह से संपर्क करती थी। जब विष्णु ने दूसरे नंबर से कॉल किया, तो अनुराधा ने फोन उठाकर कहा—”मैं भाग गई हूं, मेरा टाइम पूरा हो गया था।”

भोपाल में फंसा रही थी नया दूल्हा, पुलिस ने रची योजना

राजस्थान पुलिस ने विशेष टीम बनाकर भोपाल में फर्जी शादी गिरोह से संपर्क साधा और एक सिपाही को अविवाहित बताकर ग्राहक बनाया। एजेंट द्वारा भेजी गई तस्वीरों में पुलिस ने अनुराधा को पहचान लिया। भोपाल के पन्नाखेड़ी गांव में दबिश दी गई, जहां वह नए दूल्हे से शादी कर चुकी थी और जल्द ही कीमती सामान लेकर भागने की तैयारी में थी।

ससुराल वालों ने पुलिस से मांगे 2 लाख रुपये

जब पुलिस अनुराधा को गिरफ्तार करने पहुंची, तो उसके नए ससुराल वाले सकते में आ गए। उन्होंने कहा कि शादी के एवज में 2 लाख रुपये दिए थे, पहले वह वापस करवाए जाएं, तभी अनुराधा को ले जाया जाए। पुलिस ने समझाया कि पहले केस दर्ज करें, फिर राशि की रिकवरी संभव है।

15 दिन का था ठगी का टारगेट, एजेंट खुद छुड़ाने आते थे

पूछताछ में अनुराधा ने खुलासा किया कि हर शादी के बाद गिरोह उसे 15 दिन का समय देता था। वह घर में ऐसे घुलमिल जाती कि कोई शक न हो। जब भागने का मौका न मिलता, तो गिरोह के सदस्य खुद आकर उसे छुड़ा ले जाते थे, ये कहकर कि बहू को पति पसंद नहीं आया। कई बार रकम भी वापस कर दी जाती थी ताकि किसी को शक न हो।

2016 में हुई थी पहली शादी, असली पति और दो बच्चे भी हैं

अनुराधा की असली शादी 2016 में विशाल नामक युवक से हुई थी, जो यूपी के महाराजगंज जिले का निवासी है। दोनों के दो बच्चे भी हैं। हालांकि अब दोनों अलग रहते हैं और तलाक नहीं हुआ है। विशाल को अनुराधा की इस धोखाधड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस ने विशाल को सूचना दी, जो बाद में राजस्थान पहुंचा।

गिरोह में शामिल हैं कई लड़कियां, एजेंटों के नाम भी सामने आए

राजस्थान पुलिस को जांच में पता चला कि भोपाल और मध्य प्रदेश के अन्य इलाकों में फर्जी शादी कराने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं। इनमें अनुराधा जैसी 15-20 लड़कियों की तस्वीरें मिली हैं। कुछ नाम जो सामने आए हैं उनमें रघुवीर, गोलू और मजबूत सिंह यादव जैसे एजेंट शामिल हैं। पुलिस अब सुनीता राठौर और पप्पू मीणा की तलाश में जुटी है।

सावधानी ही सुरक्षा है

यह मामला बताता है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते को भी अब अपराधी ठगी का जरिया बना रहे हैं। ऐसे मामलों से सतर्क रहने की जरूरत है, विशेषकर जब बात किसी एजेंट या बिचौलिये के जरिए शादी की हो। पुलिस ने अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं और तलाश जारी है।

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