“बग्गी पर बैठे तो गोली..”, दलित बारातियों को दौड़ाकर पीटा.. पुलिस सुरक्षा में शादी, फिर भी नहीं मानें बदमाश

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के नौहझील थाना क्षेत्र के गांव भूरेका में एक दलित परिवार की शादी जातिवादी हिंसा की भेंट चढ़ गई। मंगलवार रात कल्पना नाम की दलित युवती की शादी के मौके पर DJ बजाने को लेकर कुछ दबंगों ने बारातियों पर हमला कर दिया। डीजे बंद करने के नाम पर लाठी-डंडों और रॉड से बारातियों को पीटा गया, दूल्हे को बग्गी से खींचकर नीचे उतारा गया और गोली मारने की धमकी दी गई।

दूल्हे को धमकाया, “बग्गी पर बैठे तो गोली मार देंगे”

दूल्हे आकाश को बग्गी से खींचते हुए दबंगों ने जातिसूचक गालियां दीं और धमकी दी कि अगर वह फिर से बग्गी पर बैठा तो उसे जान से मार दिया जाएगा। यह पूरी घटना रात करीब 12:30 बजे हुई जब बारात चढ़ रही थी। डीजे की आवाज सुनते ही जाट बिरादरी के गांव नावली और अलीगढ़ के गांव महाराम गढ़ी से आए करीब 20-25 हमलावर बारात में घुस आए और कहर बरपाने लगे।

लोहे की रॉड से पीटा, बारातियों पर लाठियों से हमला

हमलावरों ने पहले डीजे ऑपरेटर को गाड़ी से खींच कर लोहे की रॉड से पीटा, फिर डांस कर रहे बारातियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। कई लोग इस हिंसा में घायल हो गए। हंगामा देख मौके पर पुलिस को कॉल किया गया, जिस पर चौकी प्रभारी अशेष कुमार फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस को आता देख हमलावर फरार हो गए।

पुलिस की मौजूदगी में हुई शादी, रातभर रही सुरक्षा

हालात को देखते हुए पुलिस ने शादी की रस्मों को सुरक्षा में पूरा कराया। जयमाला और फेरे हुए और रातभर 8 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात रहे। लेकिन हालात यहीं नहीं थमे।

सुबह विदाई के समय फिर लौटे हमलावर

बुधवार सुबह जब पुलिस लौट गई, तो सुबह 8 बजे हमलावर फिर लौटे, इस बार वे तमंचे, चाकू और लाठी-डंडों से लैस थे। उन्होंने दुल्हन के घर में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की, जिसमें पूरन, मनीष कुमार, प्रहलाद, धीरज, सुरेश चंद और सूरजमुखी समेत कई लोग घायल हुए।

महिलाओं के साथ अभद्रता, संपत्ति को नुकसान

हमलावरों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया, घर में रखी ईको गाड़ी, बाइक, चारपाई और कुर्सियां तोड़ डालीं। बाराती जान बचाकर इधर-उधर भागे। सूचना मिलते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता और पुलिस टीम फिर मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया।

दुल्हन की विदाई पुलिस सुरक्षा में

पुलिस और भीम आर्मी की मौजूदगी में दोपहर में दुल्हन की विदाई कराई गई। पुलिस ने सुरक्षा प्रदान करते हुए दूल्हा-दुल्हन को अलीगढ़ जिले की सीमा तक पहुंचाया।

पीड़िता के परिवार की हालत दयनीय

दुल्हन के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है और उसका कोई भाई नहीं है। मां ने मजदूरी कर बेटी को पाला और बस्ती के सहयोग से शादी कराई थी। लेकिन दबंगों ने पूरे आयोजन को खून से सने डर में बदल दिया।

एफआईआर दर्ज, आरोपी फरार, पुलिस कर रही दबिश

दुल्हन के चाचा पूरन सिंह ने इस संबंध में 3 नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। सीओ गुंजन सिंह ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। लेकिन अभी तक कोई गिरफ्त में नहीं आया है।

असहिष्णुता की क्रूर तस्वीर

मथुरा की यह घटना जातिवाद की गहराई और समाज में अब भी मौजूद असहिष्णुता की क्रूर तस्वीर पेश करती है। एक दलित परिवार की खुशियों को कुचलने के पीछे की सोच सिर्फ सामाजिक ऊंच-नीच नहीं, बल्कि कानून और व्यवस्था को खुली चुनौती है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी प्रभावी कार्रवाई कर पाती है।

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