यूपी: मंदिर के 3 कर्मचारियों का एनकाउंटर.. 100 साल पुराने हीरे, माणिक, तुलसीदास द्वारा लिखित पांडुलिपि..

वाराणसी में संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र के घर हुई करोड़ों की चोरी की घटना ने शहर को हिला दिया था। लेकिन वारदात के महज 48 घंटे बाद ही पुलिस ने मुठभेड़ के बाद छह आरोपियों को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज घटना का खुलासा कर दिया। एनकाउंटर में तीन बदमाशों के पैरों में गोली लगी है, जबकि तीन अन्य को दौड़ाकर पकड़ा गया है। सभी आरोपी महंत के आवास से जुड़े पूर्व व वर्तमान कर्मचारी हैं, जिससे यह साफ हो गया कि यह वारदात पूरी तरह से सुनियोजित थी।

पुलिस और बदमाशों का आमना-सामना

मंगलवार रात को एसओजी और पुलिस को सूचना मिली थी कि चोरी करने वाले बदमाश रामनगर के कोदोपुर इलाके में चोरी के माल का बंटवारा कर रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन बदमाश राकेश दुबे, विक्की तिवारी और गोलू पटेल के पैरों में गोली लगी, जबकि दिलीप, अतुल और शनि को मौके से गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी सुरेंद्र अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस को मौके से एक तमंचा, कारतूस और करोड़ों रुपये के जेवरात बरामद हुए हैं।

फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य, आरोपियों से चल रही पूछताछ

घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी काशी गौरव बंसवाल और एडीसीपी सरवणन टी. मौके पर पहुंचे और फोरेसिंक टीम के साथ साक्ष्य जुटाए। घायल बदमाशों से पूछताछ की जा रही है। डीसीपी ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम को ट्रेस करने के लिए महंत के आवास और आसपास के 140 से अधिक CCTV कैमरे खंगाले गए।

पहले से की गई थी पूरी प्लानिंग, कर्मचारी निकले मास्टरमाइंड

पुलिस जांच में सामने आया है कि बदमाशों ने चोरी से पहले घाट पर बैठकर पूरी योजना बनाई थी। CCTV फुटेज में तीन कर्मचारी प्लानिंग करते दिखाई दिए। एक आरोपी राकेश दुबे चार साल पहले चोरी में पकड़ा गया था और उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इस बार उसने फिर से अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया।

बिहार और यूपी के अलग-अलग जिलों से जुड़े हैं आरोपी

  • विक्की तिवारी (30 वर्ष) – पुत्र कृष्णा तिवारी, अमो, थाना चैनपुर, जिला कैमूर भभुआ (बिहार)
  • जितेंद्र सिंह उर्फ गोलू पटेल (38 वर्ष) – पुत्र श्यामसुंदर सिंह, अमावस, चैनपुर, कैमूर भभुआ (बिहार)
  • राकेश दुबे (36 वर्ष) – पुत्र रामजन्म दुबे, चैनपुर, कैमूर भभुआ (बिहार)
  • दिलीप उर्फ बंसी चौबे (29 वर्ष) – पुत्र राधेश्याम चौबे, भगवानपुर, थाना लंका, वाराणसी (यूपी)
  • अतुल शुक्ला (27 वर्ष) – पुत्र अनिल शुक्ला, फुलवा मऊ, थाना राधा नगर, फतेहपुर (यूपी)
  • शनि (23 वर्ष) – पुत्र वीरेंद्र मद्धेशिया, नारायणपुर दुबे, थाना खानपुर, देवरिया (यूपी)

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने की महंत से बात

चोरी की घटना सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपना प्रतिनिधि किशन दीक्षित महंत के घर भेजा। उन्होंने मोबाइल के माध्यम से महंत विश्वंभर नाथ मिश्र से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि वे इस मामले में अधिकारियों से बात करेंगे और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।

100 साल पुराने हीरे, माणिक और लाखों की नकदी लेकर फरार हुए थे चोर

यह घटना रविवार को हुई थी, जब महंत दिल्ली में अपनी पत्नी के इलाज के लिए गए थे। उसी दौरान चोर घर में घुसे और लॉकर व अलमारी तोड़कर लगभग एक करोड़ रुपये के आभूषण और तीन लाख रुपये नकद चुरा ले गए। ये जेवरात तीन पीढ़ियों से परिवार में संजोए गए थे और मंदिर के चढ़ावे से भी जुड़े थे।

महंत के नौकरों पर पहले से था संदेह

महंत ने पहले ही अपने नौकरों पर संदेह जताया था। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने घटनास्थल का दौरा कर 24 घंटे में खुलासे के निर्देश दिए थे। इसके बाद चार टीमें बनाई गईं और सर्विलांस व सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की पहचान की गई।

2010 में तुलसीदास द्वारा लिखित पांडुलिपि की हुई थी चोरी

गौरतलब है कि संकट मोचन मंदिर के आवास पर 2010 में भी ऐतिहासिक चोरी हो चुकी है, जब तुलसीदास द्वारा लिखित मूल पांडुलिपि चुरा ली गई थी। हालांकि, पुलिस ने उस चोरी का भी बाद में खुलासा कर दिया था। इससे पहले भी हाल के दिनों में चोरी की कोशिश की गई थी, लेकिन शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई थी।

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