पिता से कहा: “कफन लेकर घर आओ”, दो साल के बेटे संग पेड़ से झूल गई माँ, तीन माह की थी गर्वभती

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक गर्भवती विवाहिता ने अपने दो साल के बेटे के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला के पिता ने ससुराल वालों पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। घटना से कुछ देर पहले महिला ने अपने पिता को फोन कर “कफन लेकर आओ” कहा था, जिससे अंदेशा जताया जा रहा है कि आत्महत्या पूर्व-नियोजित थी।
सास से विवाद के बाद घर से निकली थी विवाहिता
हमीरपुर निवासी संतराम की पुत्री शिल्पी (26) की शादी करीब चार साल पहले बुद्धपाल निषाद के साथ हुई थी। शिल्पी का दो साल का बेटा बबुआ भी था। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे शिल्पी का उसकी सास कलावती से किसी बात पर विवाद हो गया। इसके बाद शिल्पी बेटे को लेकर घर से निकल गई। इस दौरान उसने रास्ते में अपने पिता संतराम को फोन कर कहा कि कफन लेकर आ जाएं, जिससे परिवार वालों की चिंता और बढ़ गई।
एक ही साड़ी से बनाया गया फंदा
करीब दो घंटे की तलाश के बाद परिजन गांव के बाहर स्थित नीम के पेड़ के पास पहुंचे, जहां का नजारा दिल दहला देने वाला था। एक ही साड़ी के दोनों छोर से फंदा बनाकर शिल्पी और उसके बेटे बबुआ ने जान दे दी थी। एक ओर शिल्पी का शव लटक रहा था, जबकि दूसरी ओर उसी साड़ी से बबुआ का गला बंधा मिला।
तीन माह की गर्भवती थी शिल्पी
शिल्पी के पिता संतराम ने पुलिस को बताया कि बेटी तीन माह की गर्भवती थी और लंबे समय से उसे ससुराल में प्रताड़ित किया जा रहा था। सास कलावती उसे गाली देती और मारती-पीटती थी। वहीं, ससुर रामऔतार और पति बुद्धपाल शराब के नशे में उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। संतराम के अनुसार, बेटी ने कई बार अत्याचारों की बात उन्हें बताई थी, लेकिन बेटी की जान चली जाएगी, ये अंदाजा नहीं था।
पति गुजरात में करता था नौकरी
शिल्पी का पति बुद्धपाल निषाद सूरत (गुजरात) में प्राइवेट नौकरी करता है। वह करीब एक महीने पहले ही गांव लौटा था। घटना के समय वह घर पर ही था। फिलहाल मामले में जांच जारी है और पुलिस ससुराल पक्ष से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने लिया ससुरालियों को हिरासत में, जांच जारी
प्रभारी निरीक्षक श्याम सुंदरलाल श्रीवास्तव ने बताया कि ससुराल के तीन लोगों – सास, ससुर और पति – को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है। महिला के पिता की तहरीर पर धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और घरेलू हिंसा की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कॉल डिटेल्स की जांच भी कर रही है।
आत्महत्या या हत्या – जांच से खुलेगा राज
इस दुखद घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर एक गर्भवती महिला और मासूम बच्चा अपनी जान गंवा बैठते हैं, वहीं दूसरी ओर सवाल यह भी उठता है कि क्या यह आत्महत्या है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? पुलिस की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी, लेकिन यह घटना घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न की एक और भयावह मिसाल बनकर सामने आई है।