बड़ी खबर: मुंबई एयरपोर्ट से दो ISIS के आतंकी गिरफ्तार, “डायपरवाला” के ऊपर था लाखों का इनाम

मुंबई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। एजेंसी ने इंडोनेशिया के जकार्ता से भारत लौट रहे दो वांछित आतंकियों को मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Mumbai International Airport) के टर्मिनल-2 (T2) से गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी ISIS से जुड़े बताए जा रहे हैं और लंबे समय से फरार चल रहे थे। इनकी गिरफ्तारी से न केवल NIA को पुणे ISIS स्लीपर सेल मॉड्यूल केस (Pune ISIS Sleeper Cell Module Case) में अहम कड़ी मिली है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को भी मजबूती मिली है।
जकार्ता से भारत लौटते वक्त NIA ने की गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान अब्दुल्ला फैयाज शेख उर्फ डायपरवाला और तल्हा खान के रूप में हुई है। ये दोनों इंडोनेशिया के जकार्ता (Jakarta) से भारत लौट रहे थे, जब NIA की टीम ने मुंबई एयरपोर्ट पर घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। यह कार्रवाई टर्मिनल-2 पर की गई, जो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए प्रमुख केंद्र है।
पुणे ISIS स्लीपर मॉड्यूल केस में थे वांछित
दोनों आरोपी पुणे में सक्रिय ISIS स्लीपर मॉड्यूल केस में फरार थे और पिछले दो साल से सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त से बाहर चल रहे थे। NIA ने इन आतंकियों के खिलाफ पहले ही गैर-जमानती वारंट जारी कर रखा था और इनकी जानकारी देने वाले को 3-3 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी।
ISIS के लिए कर रहे थे स्लीपर सेल की भूमिका
NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि अब्दुल्ला फैयाज शेख और तल्हा खान देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ISIS की विचारधारा से प्रेरित होकर स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे थे। इनका मकसद भारत में आतंकी नेटवर्क को मजबूत करना और नई भर्तियां करना था। जांच एजेंसी के मुताबिक, यह दोनों देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बने हुए थे।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से अहम गिरफ्तारी
इन दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी से NIA को पुणे केस की गुत्थी सुलझाने में बड़ी मदद मिलेगी। यह भी माना जा रहा है कि पूछताछ में कई और नाम उजागर हो सकते हैं जो ISIS नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। साथ ही यह गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के अंतरराष्ट्रीय समन्वय और खुफिया तंत्र की सक्रियता का भी प्रमाण है।
आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी
मुंबई एयरपोर्ट से ISIS के इन दो वांछित आतंकियों की गिरफ्तारी न केवल आतंक के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां हर मोर्चे पर सतर्क हैं। देश की जनता को सुरक्षित रखने के लिए NIA जैसी एजेंसियां निरंतर प्रयासरत हैं, और यह गिरफ्तारी उसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।