सेना प्रेस ब्रीफिंग में Virat Kohli का जिक्र, पाकिस्तान के ड्रोन हमले और क्रिकेट.. 70 के दशक की वो सीरीज !

पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किए गए झूठे और निराधार दावों के बीच भारत की सेना ने सच्चाई दुनिया के सामने रखी। सेना के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को एक अहम प्रेस ब्रीफिंग में साफ कर दिया कि पाकिस्तान की ओर से भारत की एयरफील्ड या लॉजिस्टिक इंस्टालेशन को नुकसान पहुंचाना “नामुमकिन” है। उन्होंने कहा कि भारत की मल्टी टियर डिफेंस प्रणाली इतनी सशक्त और आधुनिक है कि कोई भी दुश्मन उसकी परतों को पार नहीं कर सकता।
प्रेस ब्रीफ में आया विराट कोहली का जिक्र, गंभीर माहौल में आई मुस्कान
जहां प्रेस कांफ्रेंस में भारत की सामरिक शक्ति की गंभीर बातें हो रही थीं, वहीं एक पल ऐसा भी आया जिसने माहौल को हल्का कर दिया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बातचीत के दौरान अचानक विराट कोहली का नाम लेते हुए कहा—
“आज क्रिकेट की भी बात करनी चाहिए क्योंकि मैंने देखा कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। सभी भारतियों की तरह वो मेरे भी फेवरेट हैं।”
उनके इस बयान के बाद प्रेस रूम में मौजूद सभी पत्रकारों के चेहरों पर मुस्कान आ गई। युद्ध और तनाव की परिस्थिति में भी कैसे एक खेल और खिलाड़ी जनता से लेकर सेना तक के दिल में बसे रहते हैं, इसका यह उदाहरण था।
डिफेंस की ताकत समझाने के लिए सुनाया क्रिकेट का किस्सा
इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल ने एक रोचक किस्से का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि 1970 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज़ के दौरान तेज गेंदबाज डेनिस लिली और जेफ थॉमसन की जोड़ी ने इंग्लैंड की बैटिंग लाइन-अप को तहस-नहस कर दिया था। उस दौर में एक कहावत मशहूर हो गई थी:
“Ashes to ashes and dust to dust… if Thommo don’t get you, then Lillee must!”
यानि अगर एक से बच भी गए, तो दूसरे से बचना मुश्किल है।
लेफ्टिनेंट जनरल ने इस उदाहरण को भारत की डिफेंस प्रणाली से जोड़ते हुए कहा कि यदि दुश्मन भारत की एक लेयर से बच भी गया, तो अगली लेयर उसे रोक देगी। भारत का रक्षा कवच अभेद्य है और इसे पार करना “कोरी कल्पना” के सिवा कुछ नहीं।
पाकिस्तान के दावों को बताया फर्जी
प्रेस कांफ्रेंस में यह स्पष्ट कर दिया गया कि पाकिस्तान द्वारा भारत के एयरबेस और ड्रोन को निशाना बनाने का दावा झूठा और आत्मसंतोष के लिए गढ़ी गई कहानी है। भारतीय सेना ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि पाकिस्तान की कोई भी कार्रवाई भारत की रक्षा दीवारों को नहीं छू सकी है।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि भारत न केवल सामरिक रूप से मजबूत है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उसकी स्थिति अधिक विश्वसनीय और प्रभावशाली है।