“SLR, इंसास, AK-47.. मुझे बॉर्डर भेजें”, यूपी में सिपाही ने सुबह लिखा पत्र.. शाम को हो गया ट्रांसफर

यूपी के रामपुर पुलिस लाइन में तैनात हेड कॉन्स्टेबल चमन सिंह ने शुक्रवार सुबह एक ऐसा कदम उठाया जिसने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। उन्होंने एसपी विद्यासागर मिश्र को पत्र लिखकर पाकिस्तान की सरहद पर लड़ने की अनुमति मांगी। चमन सिंह ने पत्र में लिखा कि वे SLR, इंसास और AK-47 जैसे हथियारों को चलाने में दक्ष हैं और देश के लिए बलिदान देने को तैयार हैं।

पत्र के कुछ घंटे बाद आया तबादला आदेश

इसी दिन शाम को उनका तबादला रामपुर से लखीमपुर खीरी कर दिया गया। इस पर कई लोगों ने सवाल उठाए कि क्या देश के लिए जज्बा दिखाने की सजा मिली है? हालांकि एसपी विद्यासागर मिश्र ने स्पष्ट किया कि तबादला पहले से प्रक्रिया में था और इसका देशभक्ति से जुड़े पत्र से कोई लेना-देना नहीं है। तबादले का आदेश लखनऊ स्थित डीजीपी कार्यालय से जारी हुआ, जिसमें “जनहित” को आधार बताया गया है।

“देश के लिए बलिदान देना चाहता हूं”

चमन सिंह ने एक वीडियो संदेश भी जारी किया, जिसमें वे कहते हैं –

“मैं हेड कॉन्स्टेबल चमन सिंह हूं, जिला रामपुर में तैनात हूं। मैं भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे युद्ध में शामिल होना चाहता हूं। मैं अपने देश के लिए कुछ करना चाहता हूं, बलिदान देना चाहता हूं। कृपया मुझे बॉर्डर पर भेजा जाए।”

इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तेज़ी से लोगों का ध्यान खींचा।

बोले- “जहां रहूंगा, देश की सेवा करूंगा”

अपने तत्काल ट्रांसफर पर प्रतिक्रिया देते हुए चमन सिंह ने कहा कि इससे उनका जज्बा कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा,

“मैं जहां भी तैनात रहूंगा, देश की सेवा में अपनी जान की बाजी लगाने को तैयार हूं।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने ट्रांसफर के लिए कोई आवेदन नहीं किया था।

2011 में पुलिस में भर्ती, सैन्य पृष्ठभूमि से आते हैं चमन सिंह

दरअसल, चमन सिंह का परिवार भी देश सेवा की पृष्ठभूमि से जुड़ा है। वह अमरोहा जिले के थाना रजबपुर क्षेत्र के निवासी हैं। वह 2011 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे। उनकी पहली तैनाती सीतापुर में हुई थी। उनके चाचा मेजर सूबेदार कृष्ण वीर सिंह सेना से रिटायर्ड हैं। दादा बालक राम सिंह शिक्षक रहे हैं। पिता विजय वीर सिंह किसान हैं और माता राजवीरी देवी हाउस वाइफ हैं। उनकी शादी वर्ष 2010 में हुई, उनके एक बेटा और एक बेटी है।

SP बोले- “सीधे कोई आर्मी में नहीं जा सकता”

एसपी विद्यासागर मिश्र ने मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि

“सेना में शामिल होने की एक निर्धारित प्रक्रिया होती है। कोई भी पुलिसकर्मी सीधे आर्मी में नहीं जा सकता। फिलहाल ऐसी कोई स्थिति नहीं है कि पुलिस से कर्मियों को सीमा पर भेजा जाए।”

उन्होंने यह भी बताया कि चमन सिंह की भावना सराहनीय है, लेकिन प्रक्रियात्मक नियमों का पालन जरूरी है।

 

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