दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत, जापान को पछाड़ा.. अब बस यह तीन देश आगे

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। इस उपलब्धि के साथ भारत ने जापान को पछाड़ दिया है, जो अब पांचवें स्थान पर खिसक गया है। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2025 में भारत की GDP 4.187 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है।
टॉप 5 वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं: भारत चौथे स्थान पर पहुंचा
IMF के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 तक दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाएं इस प्रकार हैं:
- पहले स्थान पर अमेरिका है जिसकी GDP 30.507 ट्रिलियन डॉलर है।
- दूसरे नंबर पर चीन है, जिसकी GDP 19.231 ट्रिलियन डॉलर है।
- तीसरे स्थान पर जर्मनी है जिसकी GDP 4.744 ट्रिलियन डॉलर है।
- चौथे स्थान पर भारत है, जिसकी GDP 4.187 ट्रिलियन डॉलर दर्ज की गई है।
- पांचवें स्थान पर जापान है, जिसकी GDP 4.186 ट्रिलियन डॉलर है।
भारत ने बहुत ही कम अंतर से जापान को पीछे छोड़ा है, जिससे यह साफ होता है कि भारत की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूती से आगे बढ़ रही है।
फ्रांस को पीछे छोड़ने के बाद अब जापान को भी पछाड़ा
पिछले वर्ष भारत ने फ्रांस को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त किया था। अब IMF की रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि भारत ने एक और पायदान चढ़कर जापान को भी पीछे छोड़ दिया है। यह भारत की आर्थिक मजबूती और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में उसकी बढ़ती भूमिका का संकेत है।
2028 तक भारत बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
IMF का अनुमान है कि भारत 2028 तक जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
अनुमानित GDP (2028 में):
- भारत: 5.584 ट्रिलियन डॉलर
- जर्मनी: 5.251 ट्रिलियन डॉलर
वित्तीय वर्ष 2027 तक भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की भी पूरी संभावना है, जो कि मोदी सरकार का एक प्रमुख लक्ष्य रहा है।
बीते 10 सालों में 105% बढ़ी भारत की GDP
IMF की रिपोर्ट के अनुसार भारत की GDP पिछले 10 वर्षों में 105 प्रतिशत बढ़ी है।
- वर्ष 2015 में भारत की GDP: 2.1 ट्रिलियन डॉलर
- वर्ष 2025 में भारत की GDP: 4.3 ट्रिलियन डॉलर
यह वृद्धि दर दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने का सबूत है और भारत की आर्थिक नीतियों की सफलता को दर्शाती है।
कर्ज के मामले में भी भारत मजबूत स्थिति में
जहां अमेरिका और चीन पर भारी-भरकम कर्ज है, वहीं भारत की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर है:
- भारत पर कर्ज: 712 बिलियन डॉलर
- अमेरिका पर कर्ज: 36.22 ट्रिलियन डॉलर
- चीन पर कर्ज: 2.52 ट्रिलियन डॉलर
यह आंकड़े भारत की वित्तीय स्थिरता और जिम्मेदार आर्थिक प्रबंधन को उजागर करते हैं।
भारत का आर्थिक रुतबा वैश्विक मंच पर बढ़ा
भारत की यह उपलब्धि सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनिया में भारत की आर्थिक ताकत और रणनीतिक महत्व को दर्शाती है। IMF की रिपोर्ट बताती है कि भारत अब न केवल एक उभरती हुई शक्ति है, बल्कि वैश्विक आर्थिक प्रतिस्पर्धा में एक निर्णायक खिलाड़ी भी बन चुका है। यदि यही रफ्तार बनी रही, तो भारत निकट भविष्य में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता।