कानपुर की रात में तीन धमाके, और उजड़ गया एक पूरा परिवार, जिंदा जल गईं तीनों बेटियां

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। रविवार रात करीब 9:30 बजे चमनगंज थाना क्षेत्र के प्रेमनगर इलाके में एक छह मंजिला इमारत के भूतल पर स्थित जूते के कारखाने में भयंकर आग लग गई। इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में कारोबारी दानिश, उनकी पत्नी नाजनीन और तीन मासूम बेटियां शामिल हैं।

तीन धमाकों से कांपा इलाका, केमिकल ड्रम बने तबाही की वजह

आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही देर में केमिकल से भरे ड्रमों के फटने से तीन जोरदार धमाके हुए, जिससे आसपास का इलाका कांप उठा। कारखाने में जूतों को चिपकाने वाले केमिकल का स्टॉक मौजूद था, जो आग के फैलाव का मुख्य कारण बना। धमाकों के साथ ही आग की लपटें ऊपर तक पहुंच गईं और पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया।

नहीं मिली बच निकलने की राह

घटना के वक्त जूता कारोबारी दानिश अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ तीसरी मंजिल पर थे। आग लगते ही दानिश एक बार नीचे उतरे और अपने परिवार को बचाने दोबारा ऊपर गए, लेकिन लौटकर वापस नहीं आए। देर रात दमकलकर्मियों ने जब इमारत में घुसकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, तब पांचों के जले हुए शव बरामद हुए।

दमकल की 35 गाड़ियां और एसडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

घटना की जानकारी मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा मौके पर पहुंचे। दमकल विभाग की करीब 35 गाड़ियां आग बुझाने में जुटीं। तीन घंटे की मशक्कत के बाद हाईड्रोलिक मशीन मंगवाकर रेस्क्यू शुरू किया गया। देर रात एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला और सुबह तक आग पर काबू पाया गया।

आग बुझने के बाद फिर धधकी लपटें, बचावकर्मी भी हुए परेशान

रात 11:30 बजे के करीब ऐसा लगा कि आग काबू में आ गई है, लेकिन अचानक चौथी मंजिल पर दोबारा आग की लपटें उठीं। इससे मौके पर मौजूद दमकलकर्मियों को खुद को बचाने में भी मुश्किलें आईं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास की इमारतें खाली करा ली गईं।

फायर एनओसी, केडीए और बिजली विभाग पर उठे सवाल

घनी आबादी और संकरी गलियों में चल रहे इस तरह के खतरनाक कारखानों पर अब सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि क्या केडीए और नगर निगम अधिकारियों को नजर नहीं आता कि नीचे ज्वलनशील सामग्री से भरा कारखाना है और ऊपर लोग रह रहे हैं? फायर एनओसी किस आधार पर जारी की गई और बिजली विभाग ने कैसे कॉर्मशियल कनेक्शन की अनुमति दी — यह सब जांच का विषय है।

शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका, अब हो रही जांच

प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, दमकल और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम मामले की पूरी तरह जांच कर रही है। मौके पर पहुंचे एडीएम राजेश सिंह, डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी और महापौर प्रमिला पांडेय ने हालात का जायजा लिया।

छह मंजिला इमारत में दरारें, अब सीलिंग की तैयारी

घटना के बाद इमारत में कई जगह दरारें आ गई हैं। प्रशासन अब इस इमारत को सील करने और इसके निर्माण व संचालन की वैधता की जांच करने की तैयारी कर रहा है। यदि अनियमितताएं पाई गईं तो केडीए और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जा सकती है।

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