योगी की मर्ज़ी के खिलाफ़ बने भूपेन्द्र चौधरी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को घोषित कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को घोषित कर दिया गया है। बीजेपी ने चुनाव खत्म होने के 6 महीने बाद अपना यह फैसला लिया है. हालांकि इस रेस में कई से नेताओं का नाम आ रहा था. ऐसा माना जा रहा था उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष कोई दलित नेता ही होगा लेकिन भूपेंद्र चौधरी का नाम एलान करके बीजेपी ने सबको चौका दिया है।

6 महीने बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करने के पीछे कई से कारण माने जा रहे हैं लेकिन इन सबके बीच जो सबसे बड़ा कारण है वह यह है की बीजेपी के उच्च स्तर के नेताओं का एक नाम पर सहमति ना होना। ऐसा माना जाता है की बीजेपी नेताओं के सारे फैसले केंद्र में बैठे अमित शाह लेते हैं और अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बीच की जंग अब किसी से छुपी नहीं है। अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की सहमति एक नाम पर ना होने की वजह से इस फैसले में इतनी देरी हुई है ।

ऐसा माना जाता है कि योगी आदित्यनाथ चाहते थे कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चेहरा कोई दलित नेता या फिर कोई ब्राह्मण नेता हो लेकिन भूपेंद्र चौधरी जाट नेता है और भूपेंद्र चौधरी अमित शाह की ही पसंद है।

दरअसल , योगी आदित्यनाथ यूपी कैबिनेट में कुछ मंत्रियों से खुश नहीं है योगी 2.0 कैबिनेट में नेताओं की नियुक्ति भी अमित शाह ने ही की है. केपी मौर्य ,बृजेश पाठक और जितिन प्रसाद योगी के नहीं बल्कि अमित शाह के करीबी हैं , राजनेतिक भाषा में इन्हे शाह के 3 मोहरे कहते है। इन नेताओं के जरिए अमित शाह की नजर योगी के हर उस बड़े फैसले पर रहेगी । हालांकि इन नेताओं से योगी आदित्यनाथ बिल्कुल भी खुश नहीं है और अमित शाह अपने नेताओं को जानबूझकर योगी के करीब की कुर्सी रहे हैं ताकि योगी आदित्यनाथ ऐसा कुछ ना कर दे जिसकी खबर अमित शाह को ना पहुंचे इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि भूपेंद्र चौधरी के नए पद से योगी आदित्यनाथ कुछ खास खुश नहीं है।

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