जाने योगी आदित्यनाथ के ऊपर 2017 से पहले और अब कितनी हैं FIR

2017 से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर तमाम  FIR , दर्ज थी मगर आज की तारीख में योगी आदित्यनाथ के ऊपर एक भी, FIR दर्ज नहीं है, आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी FIR को वापस ले लिए साथ में कई मामले ऐसे हैं जिसमें FIR कराने वालों ने ही अपने FIR को वापस ले लिया

शायद आपको यह पता ना हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर मुख्यमंत्री बनने से पहले आधा दर्जन से ज्यादा मामलों में एफ आई आर दर्ज जिनमें से कुछ प्रमुख FIR इस प्रकरण में हुई थी

1999 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ पर महाराजगंज जिले में IPC की धारा 147 (दंगे के लिए दंड), 148 (घातक हथियार से दंगे), 295 (किसी समुदाय के पूजा स्थल का अपमान करना), 297 (कब्रिस्तानों पर अतिक्रमण), 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 307 (हत्या का प्रयास) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए दंड) के मामले दर्ज किए गए थे. इसी साल महाराजगंज में ही इनपर धारा 302 (मौत की सजा) , 307 (हत्या का प्रयास) 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 427 (पचास रुपये की राशि को नुकसान पहुंचाते हुए शरारत) के तहत भी मामले दर्ज किए गए थे.

साल 2006 की बात करें, तो इस साल भी योगी आदित्यनाथ पर गोरखपुर में IPC की धारा 147, 148, 133A (उपद्रव को हटाने के लिए सशर्त आदेश), 285 (आग या दहनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाही), 297 (कब्रिस्तानों पर अतिक्रमण) के मामले दर्ज किए गए थे. 2007 में भी गोरखपुर के मामले में धारा 147, 133A, 295, 297, 435 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया था.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोरखपुर दंगों के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था. दंगों के दौरान एक युवक के मारे जाने के बाद बिना प्रशासन की अनुमति के योगी ने शहर के मध्य श्रद्धान्जली सभा आयोजित की थी और कानून का उल्लंघन किया था.

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