जानिए फेसबुक के डाउन होने की वजह

फेसबुक के डाउन होने से जकरबर्ग की संपत्ति 52 हजार करोड़ रु. कम हो गई,

सोमवार की रात फेसबुक, वाट्सऐप और इंस्टाग्राम करीब 6 घंटे तक डाउन रहे। इस दौरान तीनों प्लेटफॉर्म्स के अरबों यूजर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्विटर पर मीम्स और शिकायतों का अंबार लग गया। यह समस्या सोमवार रात करीब 9.15 बजे सामने आई थी। इसका असर अमेरिकी बाजार में फेसबुक के शेयर और मार्क जकरबर्ग की कमाई पर भी पड़ा है।

समझते हैं, फेसबुक क्यों बंद हुआ था? किस तकनीकी समस्या वजह से ये परेशानी आई थी? क्या वाकई ये एक तकनीकी समस्या थी या इसके पीछे कोई और वजह थी और फेसबुक को इससे कितना नुकसान हुआ है…

क्यों डाउन हुआ था फेसबुक?

फेसबुक के डाउन होने के बाद से ही इसकी वजह को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे थे। सायबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसके पीछे बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल (BGP) की वजह से दिक्कत आई थी।

बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल (BGP) क्या होता है?

आसान भाषा में समझें तो बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल से ही इंटरनेट काम करता है। बॉर्डर गेटवे प्रोटोकॉल इंटरनेट पर मौजूद सभी नेटवर्क्स को एक-दूसरे के साथ बाइंड करता है। दरअसल इंटरनेट नेटवर्क का एक जाल होता है। जब आप किसी वेबसाइट को ओपन करते हैं, तो BGP ही नेटवर्क के इस जाल में वेबसाइट को तेजी से ओपन करने का रास्ता पता करता है। BGP में दिक्कत आने की वजह से फेसबुक का नेटवर्क पाथ मिल नहीं पाया और यही फेसबुक के डाउन होने की वजह बना।

ये परेशानी आई क्यों?

हाल ही में फेसबुक ने कई सारे राउंटिंग चेंजेस किए थे इस वजह से फेसबुक का डोमेन नेम सिस्टम (DNS) सर्वर बंद हो गया था। DNS सर्वर को आप इंटरनेट की डायरेक्टरी समझिए। DNS में हर वेबसाइट का एड्रेस स्टोर होता है। आप किसी भी वेबसाइट को जब इंटरनेट पर सर्च करते हैं, तो आप डोमेन नेम डालते हैं, जैसे www.bhaskar.com। DNS इस डोमेन नेम को वेबसाइट के IP एड्रेस में चेंज कर देता है। फेसबुक के किए चेंजेस की वजह से DNS सर्वर बंद हो गया था इसी वजह से ये परेशानी आई।

क्या ये केवल तकनीकी गड़बड़ी थी?

इस मामले को डिजिटल प्राइवेसी और सायबर सिक्योरिटी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल फेसबुक के डाउन होने से कुछ घंटे पहले ही अमेरिकी चैनल CBS पर फ्रांसेस होगन का एक इंटरव्यू टेलीकास्ट हुआ था। फ्रांसेस फेसबुक की पूर्व कर्मचारी रही हैं और फिलहाल एक व्हिसल ब्लोअर के तौर पर फेसबुक के इंटरनल इन्वेस्टिगेशन की रिपोर्ट्स को लीक कर रही हैं। फ्रांसेस का आरोप है कि फेसबुक जनता को नुकसान पहुंचा रहा है और सख्त कदम उठाने की बजाय ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने पर ध्यान दे रहा है। उनकी रिपोर्ट्स पिछले कुछ दिनों से वॉल स्ट्रीट जर्नल में ‘द फेसबुक फाइल्स’ नाम से पब्लिश भी हो रही है।

फेसबुक के डाउन होने को इस इंटरव्यू से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

इस मामले पर फेसबुक का क्या कहना है?

फेसबुक ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि एक ‘फॉल्टी कॉन्फिग्रेशन चेंज’ की वजह से ये समस्या आई है। ये किसी तरह का सायबर अटैक या हैकिंग का मामला नहीं है।फेसबुक के कर्मचारियों ने रायटर्स को नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी है कि इंटरनल ट्रैफिक राउटिंग में गड़बड़ी की वजह से ये परेशानी आई है।

जब फेसबुक डाउन थी उस समय कंपनी के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने ट्विटर पर कहा है कि हम लोगों को हो रही परेशानी के लिए माफी मांगते हैं। हमारे ऐप और प्रोडक्ट्स को एक्सेस करने में लोगों को परेशानी हो रही है। हम चीजों को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए काम कर रहे हैं।

फेसबुक को इससे कितना नुकसान हुआ?

फेसबुक डाउन होने की वजह से कंपनी के शेयर में 4.9% की गिरावट आई है। नवंबर 2020 के बाद एक दिन में शेयर में ये सबसे बड़ी गिरावट है।फेसबुक को इस वजह से रेवेन्यू में भी खासा नुकसान उठाना पड़ा है। डिजिटल एड मैनेजमेंट फर्म स्टैंडर्ड मीडिया इंडेक्स के मुताबिक, डाउन की वजह से फेसबुक को हर घंटे 4.06 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि ये नुकसान केवल एडवर्टीजमेंट की वजह से हुआ है। अलग-अलग एक्सपर्ट्स के अनुमान है कि कंपनी को हर घंटे करीब साढ़े 7 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।इसका असर फेसबुक के मालिक मार्क जकरबर्ग पर भी पड़ा है। जकरबर्ग की संपत्ति करीब 52 हजार करोड़ रुपए कम हो गई है। संपत्ति में इस नुकसान की वजह से ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में जकरबर्ग चौथे पायदान से पांचवें पायदान पर आ गए हैं।फेसबुक के डाउन रहने के फायदा ट्विटर और टिकटॉक जैसी दूसरे कंपनियों को हुआ। फेसबुक के बंद रहने के दौरान ट्विटर और टिकटॉक पर आम दिनों के मुकाबले ज्यादा ट्रैफिक देखने को मिला।

इससे पहले कब बंद रहा था फेसबुक

6 महीने पहले भी वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और फेसबुक पूरी दुनिया में 42 मिनट तक ठप रहे थे। तब रात 11.05 मिनट पर शुरू हुई यह समस्या करीब 11:47 बजे तक बनी रही थी।

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