WAYANAD उपचुनाव: क्या प्रियंका गांधी अपने चुनावी डेब्यू में पहली जीत हासिल करेंगी?
WAYANAD लोकसभा उपचुनाव में शुरुआती रुझानों के अनुसार बढ़त बना ली है। शनिवार सुबह वोटों की गिनती शुरू होने के बाद,
प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस की उम्मीदवार और चुनावी डेब्यू करने वाली नेता, ने WAYANAD लोकसभा उपचुनाव में शुरुआती रुझानों के अनुसार बढ़त बना ली है। शनिवार सुबह वोटों की गिनती शुरू होने के बाद, चुनाव आयोग के अनुसार प्रियंका ने 80,464 वोट प्राप्त किए हैं। उनके सबसे करीबी प्रतिद्वंदी, CPI के उम्मीदवार सथ्यान मोकरी, 23,948 वोटों के साथ पीछे चल रहे हैं, जबकि भाजपा की नव्या हरिदास 14,118 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
WAYANAD उपचुनाव: 13 नवंबर को हुआ था मतदान
WAYANAD लोकसभा उपचुनाव 13 नवंबर 2024 को हुआ था, जिसमें 16 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। हालांकि, मुख्य मुकाबला प्रियंका गांधी, जो अपना चुनावी डेब्यू कर रही हैं, CPI(M)-नेतृत्व वाले LDF के अनुभवी नेता सथ्यान मोकरी और भाजपा-नेतृत्व वाले NDA की नव्या हरिदास के बीच था।
वोटों की गिनती प्रक्रिया
गिनती की प्रक्रिया सुबह 8 बजे शुरू हुई, जिसमें पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई। ईवीएम में बंद मतपत्रों की गिनती से पहले स्ट्रांग रूम को एक घंटे से भी अधिक समय पहले खोला गया, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रही। शुरुआती रुझानों में प्रियंका गांधी को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है, लेकिन यह पूरी गिनती के बाद ही साफ होगा कि क्या यह बढ़त स्थिर रहती है या नहीं।
मुख्य प्रतियोगी: प्रियंका गांधी, सथ्यान मोकरी और नव्या हरिदास
WAYANAD में मुख्य रूप से तीन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हो रहा है। प्रियंका गांधी, जो कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण नेता हैं, ने इस उपचुनाव में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की है। उनके पास एक मजबूत राष्ट्रीय पहचान है, और वे वायनाड से कांग्रेस की प्रतिष्ठा को बनाए रखने का प्रयास कर रही हैं। वायनाड सीट पहले उनके भाई राहुल गांधी के पास थी, जो 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद अपना इस्तीफा दे चुके थे।
सथ्यान मोकरी, CPI(M) के उम्मीदवार और अनुभवी नेता, एक प्रमुख राजनीतिक ताकत हैं। उनका लंबा राजनीतिक करियर और स्थानीय प्रभाव उन्हें WAYANAD में एक मजबूत प्रतियोगी बनाता है। मोकरी की सीटों पर पकड़ मजबूत है, लेकिन प्रियंका गांधी की राष्ट्रीय पहचान और कांग्रेस की ओर से बड़े पैमाने पर प्रचार ने मुकाबला कड़ा कर दिया है।
नव्या हरिदास, भाजपा की उम्मीदवार, WAYANAD में तीसरी प्रमुख प्रतियोगी हैं। हालांकि वे एक नई चेहरा हैं, लेकिन भाजपा का राष्ट्रीय प्रभाव और केरल में पार्टी का बढ़ता आधार उन्हें एक मजबूत चुनौती प्रदान कर रहा है। भाजपा के लिए इस सीट पर जीत से राज्य में पार्टी की बढ़ती ताकत को दर्शाया जा सकता है।
प्रियंका गांधी की पहली जीत?
प्रियंका गांधी के लिए यह उपचुनाव एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि अगर वे जीत हासिल करती हैं, तो यह उनके राजनीतिक करियर में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। इस जीत से न केवल उन्हें लोकसभा में प्रवेश मिलेगा, बल्कि कांग्रेस पार्टी को भी केरल में अपनी स्थिति को मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
China को चुनौती देने के लिए भारत को अपने फैक्ट्री मालिकों के रास्ते से बाहर निकलने की जरूरत
आगे की राह
प्रियंका गांधी की शुरुआती बढ़त कांग्रेस के लिए उत्साहजनक है, लेकिन चुनावी परिणाम पूरी गिनती के बाद ही साफ होंगे। सथ्यान मोकरी और नव्या हरिदास के बीच मुकाबला कड़ा है, और उनकी रणनीतियां चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं। इस उपचुनाव का परिणाम न केवल वायनाड, बल्कि कांग्रेस और भाजपा के लिए व्यापक राजनीतिक मायने रखता है, और यह आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत दे सकता है।