टेलीकॉम कंपनी का रवैया

केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार को वोडाफोन ने दी धमकी, कहा पेमेंट करो या गंभीर परिणाम भुगतो

राजस्थान के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने वोडाफोन आइडिया को दोषी पाते हुए 27.23 लाख रुपए की पेनाल्टी भरने का आदेश दिया

केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल को वोडाफोन आइडिया से पेमेंट न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी मिली है। संजीव सान्याल ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी दी है। हालांकि वोडाफोन आइडिया ने कहा कि मामले को सुलझा लिया गया है।

वोडाफोन के सिम को पोर्ट कराया था

दरअसल संजीव सान्याल ने कुछ समय पहले अपना वोडाफोन आइडिया का सिम किसी और कंपनी में पोर्ट करा लिया था। उसके बाद से वोडाफोन आइडिया के कस्टमर केयर से लगातार उनको धमकी मिल रही है। वोडाफोन आइडिया उनसे बकाए पेमेंट की मांग कर रही थी। जबकि सान्याल का कहना है कि उनके ऊपर एक भी रुपए का कोई पेमेंट बकाया नहीं है।

सोशल मीडिया पर शिकायत लिखी

सान्याल ने सोशल मीडिया पर इस मामले में वोडाफोन आइडिया के कस्टमर केयर को टैग किया और अपनी समस्या लिखी। उन्होंने लिखा कि हर दिन हमें वोडाफोन आइडिया कस्टमर केयर से फोन आता है। उन्होंने लिखा कि इस उत्पीड़न के खिलाफ अब ट्राई और टेलीकॉम मंत्रालय का सहारा लेंगे। उन्होंने सवाल किया कि अगर उनके साथ ऐसा हो रहा है तो आम लोगों के साथ इस दिक्कत को आसानी से समझा जा सकता है।

यह एक कॉमन समस्या है

सान्याल ने लिखा कि यह समस्या केवल वोडाफोन आइडिया के साथ ही है या यह कॉमन समस्या है। उन्होंने कहा कि उनको जो कॉल आते हैं उसके जरिए बुहत ही बुरे तरीके से व्यवहार किया जाता है। साथ ही यह एक तरह से धमकी वाला कॉल होता है। इसमें पेमेंट नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है।

आम लोगों के साथ भी ऐसा ही होता होगा

सान्याल ने कहा कि इस तरह के कॉल से हम यह अंदाजा लगा सकते हैं कि आम लोगों को किस तरह से टेलीकॉम कंपनियां डराती होंगी। उनका कहना है कि वोडाफोन आइडिया की मांग हमेशा एक जैसी नहीं होती है। यह मांग उनके मूड पर निर्भर होती है। कभी वे 938 रुपए मांगते हैं तो कभी 146 रुपए का पेमेंट मांगते हैं। यह उनके आंतरिक सिस्टम की खामियां हैं या फिर यह एक स्कैम है।

एक दूसरे बयान में उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि इस घटना को बताने के बाद वोडाफोन आइडिया के सीनियर मैनेजमेंट ने उन्हें बताया कि इस पूरे मामले को सुलझा लिया गया है। पर सान्याल कहते हैं कि यह केवल मेरे तक मामला नहीं है। हम इसकी तह तक जाएंगे और हर किसी के लिए सुलझाना चाहते हैं।

राजस्थान सरकार ने 27 लाख की पेनाल्टी लगाई

उधर, एक दूसरे मामले में राजस्थान सरकार ने वोडाफोन आइडिया पर 27 लाख रुपए का फाइन लगाया है। यह फाइन डाटा लीक मामले में लगाया गया है। साल 2020 में लागू किए गए आईटी एक्ट 2020 के बाद यह पहला मामला है जब टेलीकॉम कंपनी पर फाइन लगाया गया है।

एक महीने में चुकानी होगी पेनाल्टी

राजस्थान सरकार ने कहा कि वोडाफोन आइडिया को 27 लाख रुपए की पेनाल्टी एक महीने में चुकानी होगी। अन्यथा उसे ब्याज देना होगा। दरअसल एक ग्राहक का सिम कार्ड टूट गया था। उसने डुप्लीकेट सिम कार्ड के लिए कंपनी के पास आवेदन दिया। कंपनी ने उसका सिम किसी और को जारी कर दिया। इसके लिए कंपनी ने ग्राहक से कोई मंजूरी नहीं ली।

सिम कार्ड किसी और को जारी किया गया

इसी बीच जिस व्यक्ति को सिम कार्ड जारी किया गया, उसने उस सिम का उपयोग कर पुराने ग्राहक के खाते से 68 लाख रुपए निकाल लिया। यह खाता ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी वाला था। 5 दिन के बाद पुराने ग्राहक ने जब सिम को एक्टिवेट किया तो उसे पैसा निकाले जाने का मैसेज मिला। उसने इस बारे में पुलिस में शिकायत की।

पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद 44 लाख रुपए बरामद कर लिया। ग्राहक ने इसे डाटा लीक का मामला बताते हुए मुआवजे की मांग की। राजस्थान के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने वोडाफोन आइडिया को दोषी पाते हुए 27.23 लाख रुपए की पेनाल्टी भरने का आदेश दिया।

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