वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री राधामोहन का निधन

भुवनेश्वर  वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, गांधीवादी एवं प्रख्यात पर्यावरणविद् पद्मश्री राधामोहन का ओडिशा में भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को निधन हो गया।

पारिवारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि प्रोफेसर राधामोहन काफी समय से बीमार थे और उन्हें निमोनिया के इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान आज उनका निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे।
वह पुरी के एससीएस कॉलेज से अर्थशास्त्र प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए। सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्ति से पहले उन्होंने राज्य पर्यावरण विभाग में अपनी सेवा दी।

प्रो. राधामोहन और उनकी बेटी साबरमती को पिछले वर्ष ओडिशा के नयागढ़ जिले में बंजर भूमि पर पेड़-पौधे लगाकर उसे हरे भरे जंगल में बदलने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रोफेसर राधामोहन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “गांधीवादी और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर राधामोहन के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ।”
उन्होंने कहा, “अर्थशास्त्री से पर्यावरणविद बने प्रोफेसर राधामोहन का दीर्घकालिक जैविक खेती में विशिष्ट योगदान था। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना।”

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